2017-07-31

परमेश्वर स्वयं के लिए इंसान की सच्ची आस्था और प्रेम पाने की करता है आशा




परमेश्वर स्वयं के लिए इंसान की सच्ची आस्था और प्रेम पाने की करता है आशा

परमेश्वर करता है आशा, जब तुम समझो,
उसके सच्चे रूप को,
तुम हो जाओगे उनके और करीब;
सच्चे दिल से समझोगे उनके प्रेम को,
इंसानियत के लिए उनकी चिंता की करोगे सच्ची तारीफ़;
अपने दिल को सौंप दोगे उनके हाथ में,
न रहेगा शंका न होगा कोई संदेह उनके बारे में,

इंसान के लिए वो सब कुछ करते हैं, लेकिन चुपके से,
उनकी सच्चाई, निष्ठा और प्यार मिलता है इंसान को चुपके से।
वह अपने किये पर कभी नहीं पछताता है,
न इंसान से मांगता है नेकी का बदला और न करता है उनसे कुछ मिलने की आशा।
वह जो कुछ भी करता उसमें सच्ची आस्था और प्यार ही उसकी इकलौती मुराद है।

जब तुम्हारा दिल सच में पहचानता है परमेश्वर का स्वभाव
और उसके सार के लिए तुममें हो बड़ी सराहना,
तुम महसूस करोगे परमेश्वर को बिल्कुल अपने करीब,
तुम महसूस करोगे परमेश्वर को बिल्कुल अपने करीब।
ये ही है सच्चाई!
"वचन देह में प्रकट होता है से आगे जारी" से

चमकती पूर्वी बिजली, सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया का सृजन सर्वशक्तिमान परमेश्वर के प्रकट होने और उनका काम, परमेश्वर यीशु के दूसरे आगमन, अंतिम दिनों के मसीह की वजह से किया गया था। यह उन सभी लोगों से बना है जो अंतिम दिनों में सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कार्य को स्वीकार करते हैं और उसके वचनों के द्वारा जीते और बचाए जाते हैं। यह पूरी तरह से सर्वशक्तिमान परमेश्वर द्वारा व्यक्तिगत रूप से स्थापित किया गया था और चरवाहे के रूप में उन्हीं के द्वारा नेतृत्व किया जाता है। इसे निश्चित रूप से किसी मानव द्वारा नहीं बनाया गया था। मसीह ही सत्य, मार्ग और जीवन है। परमेश्वर की भेड़ परमेश्वर की आवाज़ सुनती है। जब तक आप सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचनों को पढ़ते हैं, आप देखेंगे कि परमेश्वर प्रकट हो गए हैं।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें