करते हैं न केवल अंत व्यवस्था और सिद्धांत के युग का; करते हैं उजागर जग के सम्मुख ऐसे परमेश्वर को, जो सच्चे हैं और सहज हैं, जो धर्मी हैं और पावन हैं, जो कार्य योजना करें उजागर, करें प्रकाशित मानवता के भेदों को, और मंज़िल को, रचा जिन्होंने मानव जाति को, रहे हज़ारों साल गुप्त जो मानवता से, करते हैं वो अंत अनजाने युग का, देह-धारी प्रभु करते हैं जो अंत उस युग का, जहां चाहकर भी कर ना पाई मानवता, दर्शन परमेश्वर का। करते हैं जो अंत उस युग का जहां मानवजाति ने, की सेवा शैतान की, और करते हैं एक नये युग में रहनुमाई इंसान की। ये सब है परिणाम प्रभु के कामों का उस देहरूप में, ना कि प्रभु के आत्म-रूप में। ना कि प्रभु के आत्म-रूप में। ना कि प्रभु के आत्म-रूप में। "वचन देह में प्रकट होता है" से
चमकती पूर्वी बिजली, सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया का सृजन सर्वशक्तिमान परमेश्वर के प्रकट होने और उनका काम, परमेश्वर यीशु के दूसरे आगमन, अंतिम दिनों के मसीह की वजह से किया गया था। यह उन सभी लोगों से बना है जो अंतिम दिनों में सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कार्य को स्वीकार करते हैं और उसके वचनों के द्वारा जीते और बचाए जाते हैं। यह पूरी तरह से सर्वशक्तिमान परमेश्वर द्वारा व्यक्तिगत रूप से स्थापित किया गया था और चरवाहे के रूप में उन्हीं के द्वारा नेतृत्व किया जाता है। इसे निश्चित रूप से किसी मानव द्वारा नहीं बनाया गया था। मसीह ही सत्य, मार्ग और जीवन है। परमेश्वर की भेड़ परमेश्वर की आवाज़ सुनती है। जब तक आप सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचनों को पढ़ते हैं, आप देखेंगे कि परमेश्वर प्रकट हो गए हैं।
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