मेरे बारे में ज्ञान की कमी के कारण, मनुष्य ने अनगिनत बार मेरे प्रबंधन को बाधित किया है और मेरी योजनाओं को कमज़ोर बनाया है, लेकिन वे मेरे आगे बढ़ते हुए कदमों को रोक पाने में कभी भी समर्थ नहीं हुए हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि मैं बुद्धि का परमेश्वर हूँ। मेरे साथ असीम ज्ञान है; मेरे साथ असीम और अथाह रहस्य है।!
मनुष्य अतिप्राचीन काल से अनंत काल तक इसकी थाह पाने और इसे पूरी तरह से समझने में कभी भी सक्षम नहीं रहा है।क्या ऐसा नहीं है? मेरे द्वारा बोले गए प्रत्येक वचन में केवल ज्ञान ही नहीं, मेरा छिपा हुआ रहस्य भी है। मेरे साथ, सब कुछ रहस्यमय है, और मेरा हर हिस्सा एक रहस्य है। तुम लोगों ने आज केवल रहस्य को देखा है, जो कि तुमने मेरे व्यक्तित्व को देखा है, लेकिन तुम लोगों ने अभी तक इस छिपे हुए रहस्य को नहीं सुलझाया है। केवल मेरी अगुआई का अनुसरण करके ही मनुष्य मेरे राज्य में प्रवेश कर सकता है। अन्यथा, वे दुनिया के साथ नष्ट हो जाएँगे और राख बन जाएँगे। मैं स्वयं पूर्ण परमेश्वर हूँ, और स्वयं परमेश्वर के अलावा कुछ नहीं हूँ। अतीत की उक्तियाँ जैसे कि "परमेश्वर की अभिव्यक्ति" पहले ही पुरानी हो चुकी हैं; वे घिसी-पिटी पुराने बाते हैं जो वर्तमान में लागू नहीं होती हैं। तुम लोगों में से कितनों ने इसे स्पष्ट रूप से देखा है? तुम लोगों में से कितने मेरे बारे में इस हद तक निश्चित हैं? सब कुछ मेरे द्वारा स्पष्ट रूप से समझाया और निर्देशित किया जाना है।
मनुष्य अतिप्राचीन काल से अनंत काल तक इसकी थाह पाने और इसे पूरी तरह से समझने में कभी भी सक्षम नहीं रहा है।क्या ऐसा नहीं है? मेरे द्वारा बोले गए प्रत्येक वचन में केवल ज्ञान ही नहीं, मेरा छिपा हुआ रहस्य भी है। मेरे साथ, सब कुछ रहस्यमय है, और मेरा हर हिस्सा एक रहस्य है। तुम लोगों ने आज केवल रहस्य को देखा है, जो कि तुमने मेरे व्यक्तित्व को देखा है, लेकिन तुम लोगों ने अभी तक इस छिपे हुए रहस्य को नहीं सुलझाया है। केवल मेरी अगुआई का अनुसरण करके ही मनुष्य मेरे राज्य में प्रवेश कर सकता है। अन्यथा, वे दुनिया के साथ नष्ट हो जाएँगे और राख बन जाएँगे। मैं स्वयं पूर्ण परमेश्वर हूँ, और स्वयं परमेश्वर के अलावा कुछ नहीं हूँ। अतीत की उक्तियाँ जैसे कि "परमेश्वर की अभिव्यक्ति" पहले ही पुरानी हो चुकी हैं; वे घिसी-पिटी पुराने बाते हैं जो वर्तमान में लागू नहीं होती हैं। तुम लोगों में से कितनों ने इसे स्पष्ट रूप से देखा है? तुम लोगों में से कितने मेरे बारे में इस हद तक निश्चित हैं? सब कुछ मेरे द्वारा स्पष्ट रूप से समझाया और निर्देशित किया जाना है।
शैतान का राज्य नष्ट कर दिया गया है और इसके लोग जल्द ही मेरे प्रति अपनी सेवा पूरी कर लेंगे। उन्हें मेरे घर से एक-एक करके बाहर निकाल दिया जाएगा, कहने का अर्थ है कि उन सभी लोगों के सच्चे रंगों को आज दिखा दिया गया है जो पहले विभिन्न भूमिकाओं में छद्मवेश में ढोंग करते आ रहे हैं, और उन सभी को मेरे राज्य से छाँट दिया जाएगा। तुम लोगों को अवश्य याद रखना चाहिए! आज से, जिन्हें मैं त्यागता हूँ, जिनमें भूतकाल के लोग भी शामिल हैं, ये वे लोग हैं जो केवल नाटक कर रहे हैं, जो ढोंगी हैं। वे केवल मेरे लिए एक नाटक कर रहे थे, और नाटक खत्म हो जाने के बाद उन्हें रंगमंच अवश्य छोड़ना होगा। जो लोग सचमुच मेरे पुत्र हैं, वे मेरे प्रेम को प्राप्त करने और उन आशीषों का आनंद लेने के लिए आधिकारिक तौर पर मेरे राज्य में रहेंगे, जो मैंने तुम लोगों के लिए तैयार किए हैं! ज्येष्ठ पुत्र धन्य हैं! आज तुम लोग मेरे उपयोग के योग्य हो क्योंकि तुम लोगों ने पहले ही मेरे प्रशिक्षण को प्राप्त कर लिया है। विश्वास करो कि मैं सर्वशक्तिमान परमेश्वर हूँ। जिन चीज़ों को लोग निष्पादित नहीं कर सकते हैं, मैं बिना किसी रूकावट के उन्हें पूरा कर सकता हूँ और इसमें प्रतियोगिता के लिए बिल्कुल भी कोई जगह नहीं है। ऐसा मत सोचो कि तुम लोग कुछ नहीं कर सकते हो और तुम मेरे ज्येष्ठ पुत्र बनने के योग्य नहीं हो। तुम पूर्णतः योग्य हो! ऐसा इसलिए है क्योंकि मैं ही वह एक हूँ जो सभी चीज़ों को कार्यान्वित और निष्पादित करता है। तुम लोग अभी ऐसा महसूस क्यों करते हो कि तुम लोग ऐसी क़द-काठी के हो? ऐसा केवल इसलिए है कि मेरे द्वारा तुम सभी का उपयोग करने का समय वास्तव में नहीं आया है। बड़ी प्रतिभाओं का तुच्छ उद्देश्यों के लिए उपयोग नहीं किया जा सकता है; क्या तुम लोग समझते हो? क्या तुम लोग पूरे ब्रह्माण्ड की दुनिया में से केवल एक छोटे से चीन तक ही सीमित हो? अर्थात्, पूरे ब्रह्माण्ड की दुनिया के सभी लोग तुम्हारी चरवाही और अगुआई के लिए तुम लोगों को दिए जाएँगे, क्योंकि तुम लोग ज्येष्ठ पुत्र हो और भाइयों की अगुआई करना वह कर्तव्य है जिसे तुम लोगो को पूरा करना चाहिए। इसे जान लो! मैं ही सर्वशक्तिमान परमेश्वर हूँ! मैं एक बार पुनः इस बात पर ज़ोर देता हूँ कि मैं तुम लोगों को आनंद लेने दे रहा हूँ। मैं ही वह एक हूँ जो कार्य कर रहा है—पवित्र आत्मा हर जगह कार्य कर रहा है और व्यक्तिगत रूप से अगुआई कर रहा है।
लोग अतीत में मेरे द्वारा उद्धार को समझ नहीं पाए थे—क्या अब तुम इस बारे में स्पष्ट हो? मेरे द्वारा उद्धार में कई पहलू शामिल हैं: उनमें से एक है कि कुछ लोगों के लिए बिल्कुल भी पूर्वनियति नहीं है, जिसका अर्थ है कि वे मेरी कृपा का आनंद बिल्कुल नहीं ले सकते हैं; दूसरा पहलू है कि कुछ लोग ऐसे हैं जो आरंभ में पूर्वनियत किए जाते हैं, जो एक समयाविधि तक मेरे अनुग्रह का आनंद लेते हैं लेकिन जिन्हें कुछ समय बाद, जो कि वह समय है जो मैंने पूर्वनियत किया है, मेरे द्वारा हटा दिया जाएगा, और फिर उनके जीवन पूरी तरह समाप्त हो जाएँगे; एक और पहलू है कि ऐसे लोग हैं जिन्हें मैंने पूर्वनियत किया और चुना है, जो अनंत आशीषों का आनंद लेते हैं; वे शुरु से लेकर अंत तक मेरे अनुग्रह का आनंद लेते हैं, जिनमें मुझे स्वीकार करने से पहले और उसके बाद उनके द्वारा भुगती गई कठिनाइयाँ और साथ ही मुझे स्वीकार करने के बाद उन्हें प्राप्त प्रबुद्धता और रोशनी शामिल हैं। तब से, वे आशीषों का आनंद लेना शुरू कर देंगे, अर्थात्, ये वे लोग हैं जिन्हें मैं पूरी तरह से बचाता हूँ। यह मेरे महान कार्य के पूर्ण होने की सबसे स्पष्ट अभिव्यक्ति है। तब फिर, आशीष किसे संदर्भित करता है? मैं पूछना चाहूँगा, तुम लोग सबसे ज्यादा क्या करना चाहते हो? तुम लोग सबसे ज्यादा किस से नफ़रत करते हो? तुम लोग सबसे अधिक क्या पाने की आशा करते हो? केवल मुझे पाने के वास्ते, और अपने जीवन को विकसित करने के लिए, तुम लोग अतीत में कष्टों और कठिनाइयों से गुज़रे हो; ये अनुग्रह के ही हिस्से हैं। आशीष का अर्थ है कि जिन चीज़ों से तुम लोग घृणा करते हो वे भविष्य में तुम लोगों के साथ अब और नहीं होंगी, जिसका अर्थ है कि, ये चीज़ें तुम्हारे वास्तविक जीवन में अब और मौजूद नहीं रहेंगी। उन्हें तुम लोगों की आँखों के सामने पूरी तरह से हटा दिया जाएगा: परिवार, कार्य, पत्नी, पति, बच्चे, मित्र और रिश्तेदार। यहाँ तक कि दिन में तीन बार का भोजन भी जिससे तुम नफ़रत करते हो, चला जाएगा। (इसका अर्थ समय के द्वारा सीमित होना और देह से पूरी तरह निकल जाना नहीं है। केवल जीव में तुष्ट होकर ही तेरा शरीर बना रह सकता है। यह तेरा शरीर है, न कि देह, जिसे संदर्भित किया जा रहा है। तू पूरी तरह से मुक्त और ज्ञानातीत हो जाएगा। संसार के सृजन से लेकर अब तक, परमेश्वर द्वारा व्यक्त किया गया यह सबसे महान और सबसे स्पष्ट चमत्कार है)। तुम लोगों के शरीर से मिट्टी के सभी तत्व हटा दिए जाएँगे और तुम लोग पूरी तरह से आध्यात्मिक शरीर बन जाओगे जो पवित्र और निष्कलंक हो जाओगे, और तुम लोग ब्रह्मांड के छोर तक यात्रा करोगे। तब से आगे उन सभी कष्टप्रद धुलाई और रगड़ाई से भी मुक्ति मिल जाएगी और, तुम लोग पूरा आनंद उठाओगे। उस समय से आगे, तुम लोग विवाह की धारणा अब और नहीं रखोगे (क्योंकि मैं एक युग को समाप्त कर रहा हूँ, संसार का सृजन नहीं कर रहा हूँ), और अब वे प्रसव पीड़ाएँ नहीं होंगी जो महिलाओं के लिए अत्यंत दुःखदायी होती हैं। न ही तुम लोग भविष्य में अब और काम या परिश्रम करोगे। तुम लोग पूरी तरह से मेरे प्रेम के आलिंगन में डूब जाओगे और उन आशीषों का आनंद लोगे जो मैंने तुम लोगों को दिए हैं। यह पूर्ण सत्य है। जब तुम लोग इन आशीषों का आनंद ले रहे होगे, अनुग्रह तुम लोगों को मिलता रहेगा। मैंने तुम लोगों के लिए जो बनाये हैं, अर्थात्, दुनिया भर के दुर्लभ और अनमोल ख़जाने, वे सब तुम लोगों को दिए जाएँगे। वर्तमान में तुम लोग इनके बारे में अनुमान या कल्पना भी नहीं कर सकते हो, और किसी भी मनुष्य ने इससे पहले इनका आनंद नहीं लिया है। जब ये आशीष तुम लोगों पर आएँगे, तो तुम लोग अंतहीन रूप से उन्मत्त हो जाओगे, किन्तु यह न भूलना कि ये सब मेरी सामर्थ्य, मेरे कार्यकलाप, मेरी धार्मिकता और उनसे भी बढ़कर, मेरे प्रताप से हैं। (मैं उन लोगों के प्रति अनुग्रहशील रहूँगा जिनके प्रति मैं अनुग्रहशील होना चुनता हूँ, और मैं उन लोगों के प्रति दयालु रहूँगा जिनके प्रति मैं दयालु होना चुनता हूँ)। उस समय तुम लोगों के कोई माता-पिता नहीं होंगे, और कोई रक्त संबंधी नहीं होंगे। मेरे प्यारे पुत्रों, तुम सब वे लोग हो जिनसे मैं प्रेम करता हूँ। तब से कोई भी तुम लोगों को सताने का साहस नहीं करेगा। यह तुम लोगों के लिए वयस्क बनने का समय होगा, और राष्ट्रों पर एक लौह दण्ड के साथ शासन करने का समय होगा। कौन मेरे प्यारे पुत्रों को रोकने का साहस करता है? कौन मेरे प्यारे पुत्रों पर हमला करने का साहस करता है? वे सभी मेरे प्रिय पुत्रों का आदर करेंगे क्योंकि परमपिता की महिमा हुई है। वे सभी चीज़ें जिनकी कभी कोई कल्पना भी नहीं कर सकता था, तुम लोगों की आँखों के सामने दिखाई देंगी। वे असीम, अक्षय और अंतहीन होंगी। शीघ्र ही, निश्चय ही तुम लोगों को धूप से झुलसने और अति कष्टदायी गर्मी को सहने की अब और आवश्यकता नहीं होगी। न तो तुम लोगों को सर्दी को झेलनी पड़ेगी और न ही वर्षा, बर्फ या हवाएँ तुम लोगों तक पहुँच पाएँगी। ऐसा इसलिए है क्योंकि मैं तुम लोगों से प्रेम करता हूँ, और यह पूरी तरह से मेरे प्रेम की दुनिया होगी। मैं तुम लोगों को वह सब कुछ दूँगा जो तुम लोग चाहते हो, और मैं उस हर चीज़ को तैयार कर दूँगा जिसकी तुम लोगों को आवश्यकता है। कौन यह कहने की हिम्मत करता है कि मैं धार्मिक नहीं हूँ? मैं तुझे फ़ौरन मार डालूँगा, क्योंकि मैं पहले ही कह चुका हूँ कि मेरा कोप (दुष्ट लोगों के खिलाफ़) अनंत काल तक चलेगा, और मैं ज़रा सी भी नरमी नहीं दिखाऊँगा। हालाँकि, मेरा प्रेम (मेरे प्रिय पुत्रों के लिए) भी अनंत काल तक चलेगा; मैं इसे ज़रा-सा भी रोक कर नहीं रखूँगा।
आज, जो लोग मेरे वचनों को न्याय के रूप में सुनते हैं ये वे लोग हैं जो एक सही हालत में नहीं हैं, लेकिन जब तक उन्हें इसका पता चलता है, तब तक पवित्र आत्मा उन्हें पहले ही त्याग चुका होता है। ज्येष्ठ पुत्रों को पूरे ब्रह्मांडीय जगत में तुम सभी लोगों में से चुना जाता है, लेकिन पुत्र और मेरे लोग मिलकर तुम लोगों में से एक छोटा सा हिस्सा ही हैं। मेरा जोर पूरे ब्रह्मांडीय जगत पर है, जिसका अर्थ है कि पुत्रों और लोगों को दुनिया के सभी राष्ट्रों में से चुना जाता है। क्या तुम लोग समझते हो? मैं क्यों इस बात पर भार देता रहता हूँ कि ज्येष्ठ पुत्रों को जल्दी बड़ा हो जाना चाहिए और उन विदेशियों की अगुआई करनी चाहिए? क्या तुम लोग मेरे वचनों के पीछे के सही अर्थ को समझते हो? ऐसा इसलिए है क्योंकि चीन एक ऐसा राष्ट्र है जिसे मैंने शाप दिया है, उसने मुझे सबसे ज्यादा उत्पीड़ित किया है, और मैं इससे सबसे अधिक घृणा करता हूँ। तुम लोगों को यह अवश्य पता होना चाहिए कि मैं और मेरे ज्येष्ठ पुत्र स्वर्ग से आते हैं और सार्वभौमिक पुरुष हैं। हम किसी देश से संबंधित नहीं हैं। मानवीय धारणाओं को मत थामे रहो! ऐसा इसलिए है क्योंकि मैंने तुम लोगों को अपना व्यक्तित्व दिखा दिया है। सब कुछ मुझ पर निर्भर है। क्या तुम मेरे वचनों को याद कर सकते हो? मैं क्यों ऐसा कहता हूँ कि तुम लोगों में से बहुत ही कम लोग हैं और आबादी उत्तरोत्तर अधिक परिष्कृत हो गई है। ऐसा इसलिए है क्योंकि मेरे द्वारा उद्धार क्रमशः ब्रह्माण्डीय दुनिया की ओर मुड़ रहा है। जो अब बाहर निकलते हैं, जिन्होंने मेरे नाम को स्वीकार कर लिया है, ये सभी वे लोग हैं जिन्होंने मेरे ज्येष्ठ पुत्रों को सिद्ध बनाने के लिए सेवा की थी। क्या तुम लोग समझते हो? मैं क्यों कहता हूँ कि ये सभी वे लोग हैं जो मेरे पुत्रों के लिए सेवा करते हैं? अब तुम वाकई समझ गए हो, है ना? उनकी संख्या वास्तव में बहुत कम है, वे निश्चित रूप से बहुत थोड़े से हैं, लेकिन उन लोगों ने मेरे पुत्रों की वजह से काफी लाभ पाया है और मेरे बहुत अनुग्रह का आनंद लिया है, और इसीलिए मैंने कहा कि मैं अंतिम बार मानवजाति को बचा रहा हूँ। अब तुम लोग मेरे वचनों के सही अर्थ को जानते हो! जो कोई भी मेरा विरोध करेगा, उसे मैं कठोरतापूर्वक ताड़ना दूँगा, और जो भी मेरा समर्थन करेगा, मैं अपना चेहरा उसकी ओर मुड़ लूँगा, क्योंकि मैं हमेशा, शुरू से अंत तक, प्रतापी और धार्मिक परमेश्वर रहा हूँ, और तुम लोगों के सामने सब कुछ प्रकट कर दिया जाएगा। अद्भुत तरीकों से मैं तेज़ी से कार्य करता हूँ, और शीघ्र ही, आश्चर्यजनक चीज़ें जो मनुष्यों के लिए अकल्पनीय हैं, घटित होंगी। यकीनन, मेरा तात्पर्य फौरन और तुरंत से है, क्या तुम लोग समझते हो? बिना देर किए जीवन में प्रवेश करने की कोशिश करो! मेरे प्यारे पुत्रो, यहाँ सभी चीज़ें तुम लोगों के लिए हैं, और सभी चीज़ें तुम लोगों के लिए मौज़ूद हैं।
Source From:सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया--सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कथन
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