2018-11-03

अध्याय 67


मेरे पुत्र खुलेआम सभी लोगों के सामने दिखाई देते हैं। मैं उन लोगों को गंभीर रूप से ताड़ना दूँगा जो खुलेआम उनका अनादर करने का साहस करते हैं; यह निश्चित है। आज, जो लोग उठकर कलीसिया की चरवाही करने में सक्षम हैं, उन्होंने अब मेरे ज्येष्ठ पुत्रों की हैसियत प्राप्त कर ली है और अब वे मेरे साथ महिमा में हैं—जो कुछ मेरा है वह तुम लोगों का भी है। जो ईमानदारी से मेरा आज्ञापालन करते हैं मैं उन सभी को प्रचुर मात्रा में अपना अनुग्रह प्रदान करता हूँ, ताकि तू अन्य मनुष्यों की शक्ति से अधिक शक्तिशाली बन सके। मेरी इच्छा पूरी तरह से मेरे ज्येष्ठ पुत्रो तुम लोगों के ऊपर है, और मैं केवल यही चाहता हूँ कि जितनी जल्दी हो सके तुम लोग परिपक्व हो जाओ और उसे पूरा करो जो मैंने तुम्हें सौंपा है।
यह जान लो! जो मैं तुम लोगों को सौंपता हूँ वह मेरी प्रबंधन योजना की अंतिम परियोजना है। मैं केवल यही आशा करता हूँ कि तुम लोग अपने पूरे हृदय, अपने पूरे मन और अपनी पूरी शक्ति के साथ अपना पूरा अस्तित्व मुझे अर्पित कर सको, और इस सब को मेरे लिए व्यय कर सको। समय वास्तव में किसी भी मनुष्य की प्रतीक्षा नहीं करता है, और कोई भी व्यक्ति, कोई भी चीज़, और कोई भी वस्तु मेरे कार्य में बाधा नहीं डाल सकती है। यह जान लो! मेरा कार्य हर कदम बिना किसी अवरोध के निर्बाध रूप से प्रगति करता है।
मेरे पदचिह्न ब्रह्मांड के सिरों तक पहुँचते हैं, मेरी आँखें लगातार हर व्यक्ति की जाँच करती हैं, और इससे भी अधिक मैं ब्रह्मांड की पूरी तस्वीर को देखता हूँ। मेरे वचन व्यावहारिक रूप से ब्रह्मांड के हर कोने में चलते रहते हैं। जो कोई भी मेरे लिए सेवा प्रदान नहीं करने का साहस करता है, जो कोई भी मेरे प्रति वफ़ादार नहीं होने का साहस करता है, जो कोई भी मेरे नाम पर न्याय करने का साहस करता है, और जो कोई भी मेरे पुत्रों का धिक्कार और अपयश करने का साहस करता है—वे सभी जो वास्तव में इन चीज़ों को करते हैं, उन्हें गंभीर न्याय से अवश्य गुज़रना होगा। मेरा न्याय पूरी समग्रता से पड़ता है। अर्थात्, अब न्याय का युग है, और सावधानीपूर्वक अवलोकन से तुम देखोगे कि मेरा न्याय पूरे ब्रह्मांड की दुनिया में फैला हुआ है। निस्संदेह, मेरा परिवार अपवाद नहीं है; जिनके विचार, वचन और कार्यकलाप मेरी इच्छा के अनुरूप नहीं हैं, उनका न्याय किया जाएगा। तुझे अवश्य समझना चाहिए कि, मेरा न्याय समस्त ब्रह्मांड की दुनिया पर निर्देशित है, लोगों या चीज़ों के मात्र एक समूह पर नहीं—क्या यह तेरी समझ में आया है? यदि तुझे क्षणिक रूप से भी कोई ग़लत विचार आता है, तो तू तुरंत अपने भीतर न्याय का अनुभव करेगा।
मेरा न्याय सभी आकारों और रूपों में आता है। यह जान ले! मैं ब्रह्मांड की दुनिया का अद्वितीय और बुद्धिमान परमेश्वर हूँ! कुछ भी मेरी सामर्थ्य से परे नहीं है। मेरे सभी न्याय तुम लोगों के सामने प्रकट किए जाते हैं: यदि तेरे कोई भी ग़लत विचार होंगे, तो मैं तुझे प्रेरित करूँगा। अर्थात्, मैं तुझे चेतावनी दूँगा। यदि तू नहीं सुनेगा, तो मैं तुरंत तेरा परित्याग कर दूँगा (यह मेरे नाम पर संदेह करने को नहीं, बल्कि बाहरी व्यवहारों की ओर इशारा करता है—जो कि दैहिक सुखों से संबंधित हैं)। यदि तेरे विचार मेरे प्रति अनादरपूर्ण हैं, तू मुझसे शिकायत करता है, शैतान के विचारों को बार-बार स्वीकार करता है और जीवन की भावनाओं का अनुसरण नहीं करता है, तो तेरी आत्मा अँधेरे में रहेगी और तेरी देह पीड़ा भुगतेगी। तुझे मेरे करीब अवश्य आना चाहिए। तू केवल एक या दो दिनों में ही पूरी तरह से अपनी सामान्य परिस्थितियों को बहाल करने में बिल्कुल असमर्थ रहेगा, और तेरा जीवन स्पष्ट रूप से बहुत पीछे रह जाएगा। जो लोग वाणी से स्वच्छंद हैं, मैं तेरे मुँह और ज़ुबान को अनुशासित कर दूँगा और तेरी ज़ुबान का निपटारा करवा दूँगा। जो लोग कर्मों में असंयमित ढंग से रूप से स्वच्छंद हैं, मैं तुझे तेरी आत्मा में चेतावनी दूँगा, और जो लोग नहीं सुनेंगे उन्हें गंभीर रूप से ताड़ना दूँगा। जो लोग खुले तौर पर मेरी आलोचना करते हैं और मेरा अनादर करते हैं, जिसका अर्थ है कि जो वचन से या कर्म से अवज्ञा करते हैं, मैं पूरी तरह से उन्हें हटा दूँगा, उनका परित्याग कर दूँगा, उनके नष्ट होने और उनके शीर्ष आशीषों को खोने का कारण बनूँगा; ये वे लोग हैं जो चुने जाने के बाद हटा दिए जाते हैं। जो लोग अज्ञानी हैं, अर्थात्, जिनके दर्शन स्पष्ट नहीं हैं, मैं उन्हें तब भी प्रबुद्ध करूँगा और उन्हें बचाऊँगा। लेकिन जो लोग सत्य को समझते हैं, परंतु फिर भी उसका अभ्यास नहीं करते हैं, उन्हें ऊपर वर्णित नियमों के अनुसार प्रशासित किया जाएगा, चाहे वे अज्ञानी हों या नहीं। जहाँ तक उन लोगों की बात है जिनके इरादे शुरु से ही ग़लत हैं, मैं उन्हें हमेशा के लिए वास्तविकता को समझने में असमर्थ बना दूँगा और अंततः उन्हें धीरे-धीरे, एक-एक करके, समाप्त कर दिया जाएगा—एक भी नहीं बचेगा—लेकिन वे अभी मेरी व्यवस्था के अनुसार रहेंगे (क्योंकि मैं चीज़ों को जल्दबाज़ी में नहीं, बल्कि इसके बजाय व्यवस्थित ढंग से करता हूँ)।
मेरा न्याय पूरी तरह से प्रकट है, विभिन्न लोगों पर लक्षित है, और उन सभी को अवश्य अपने उचित स्थान लेने होंगे। इस बात पर निर्भर करते हुए कि कौन-सा नियम तोड़ा जाता है, मैं उस नियम के अनुसार उन्हें प्रशासित करूँगा और उनका न्याय करूँगा। जहाँ तक उनकी बात है जो इस नाम में नहीं हैं और जो अंत के दिनों के मसीह को स्वीकार नहीं करते हैं, उनके लिए केवल एक ही नियम है: जो कोई भी मेरा अनादर करेगा, मैं तुरंत उसके जीव, उसकी आत्मा और देह को ले लूँगा और उन्हें अधोलोक में फेंक दूँगा; जो कोई भी मेरा अनादर नहीं करेगा, मैं दूसरा न्याय करने से पहले तुम लोगों के परिपक्व होने की प्रतीक्षा करूँगा। मेरे वचन पूरी स्पष्टता के साथ समझाते हैं और कुछ भी छुपा हुआ नहीं है। मैं केवल इतना ही चाहता हूँ कि तुम लोग हर समय उन्हें मन में धारण करने में समर्थ हो सको!
Source From:सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया--सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कथन

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