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2019-07-01

अंत के दिनों के फ़रीसी


Hindi Christian Crosstalk | अंत के दिनों के फ़रीसी | Who Stops Us From Welcoming Lord Jesus' 

Return?


ईसाई झांग यी ने गवाही सुनी कि प्रभु लौट आये हैं, लेकिन जब उसने सत्य मार्ग की जाँच-पड़ताल की, तो उसके पादरी और एल्डर ने उसे कई बार यह कहकर रोकने और रुकावट डालने की कोशिश की कि, "यह दावा करने वाले कि प्रभु देहधारण करके आ गये हैं, पाखंड और झूठी बातें फैला रहे हैं। उनकी बात मत सुनो, उनके वचनों को मत पढ़ो, और उनसे कोई सम्पर्क न रखो!" इससे झांग उलझन में पड़ गया, क्योंकि प्रभु यीशु ने साफ़ तौर पर कहा है, "आधी रात को धूम मची : 'देखो, दूल्हा आ रहा है!

2019-06-10

परमेश्वर उन्हें आशीष देता है जो ईमानदार हैं (Lyrics)


New Hindi Christian Song 2019 | परमेश्वर उन्हें आशीष देता है जो ईमानदार हैं (Lyrics)


जब तुम ईश्वर को देते हो दिल और उसे धोखा नहीं देते हो, जब तुम खुद से ऊँचे या नीचे लोगों को कभी नहीं छलते हो, जब ईश्वर के प्रति साफ़दिल हो सब चीज़ों में, जब तुम ईश्वर की चापलूसी वाले काम न करो, है ये बनना ईमानदार। ईमानदारी है अपने कार्यों और वचनों से अशुद्धि को दूर रखना, और न ईश्वर न लोगों को ठगना।

2019-05-18

अध्याय 76

मेरे सभी वचन मेरी इच्छा की अभिव्यक्तियाँ हैं। मेरे बोझ के प्रति कौन विचारशील हो सकता है? मेरे इरादे को कौन समझ सकता है? क्या तुम लोगों ने मेरे द्वारा तुम्हारे सामने उठाए गए प्रत्येक प्रश्न पर विचार किया है? ऐसी लापरवाही! तुम मेरी योजनाओं में बाधा डालने की हिम्मत कैसे करते हो? तुम कितने असभ्य हो! यदि दुष्ट आत्माओं का ऐसा काम जारी रहता है, तो मैं उन्हें तुरंत अथाह गड्ढे में मरने के लिए डाल दूँगा! मैंने लंबे समय से दुष्ट आत्माओं के विभिन्न दुष्कर्मों को स्पष्ट रूप से देखा है। और बुरी आत्माओं द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले लोग (गलत इरादों वाले लोग, जो देह-सुख या धन की लालसा करते हैं, जो खुद को ऊंचा उठाते हैं, जो कलीसिया को अस्त-व्यस्त करते हैं, आदि) भी मेरे द्वारा स्पष्ट रूप से समझे गये हैं।

2019-05-06

अध्याय 64


तुम्हें मेरे वचनों को बेतुके तरीके से समझना नहीं चाहिए; तुम्हें मेरे वचनों को सभी पहलुओं से समझना चाहिए और उन्हें केवल एक दिन या रात के लिए नहीं, बल्कि और अधिक जानने और उन पर बार-बार विचार करने की कोशिश करनी चाहिए। तुम नहीं जानते कि मेरी इच्छा कहां है या मैं किस पहलू से अपने परिश्रम का मूल्य चुकाता हूं; तुम मेरी इच्छा के प्रति विचार कैसे दिखा सकते हो? तुम लोग इसी तरह हो; तुम विवरण समझने में असमर्थ रहते हो, केवल ऊपरी बातों पर ध्यान देते हो और केवल नकल कर सकते हो।

2019-05-03

अध्याय 62

मेरी इच्छा को समझना केवल इसलिए आवश्यक नहीं कि तुम मुझे जान सको, बल्कि इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि तुम मेरे इरादे के अनुसार कार्य कर सको। लोग मेरे दिल को नहीं समझते हैं। जब मैं कहता हूं कि यह पूर्व है, तो उनके लिए विवेचन करना आवश्यक है, और वे सोचते हैं, "क्या यह वास्तव में पूर्व है? शायद नहीं। मैं इतनी आसानी से विश्वास नहीं कर सकता हूं। मुझे स्वयं देखना होगा।" तुम लोगों से निपटना बहुत मुश्किल है, और तुम नहीं जानते कि असली आज्ञाकारिता क्या है। जब तुम्हें मेरा इरादा पता होता है, तो इसे बिना संकोच पूरा करो—इसके बारे में सोचने की कोई आवश्यकता नहीं है!

2019-04-27

अध्याय 59

जिन परिस्थितियोंका सामना तुम करो, वहां मेरी इच्छा की अधिक खोज करो और तुम्हें निश्चित रूप से मेरी स्वीकृति प्राप्त होगी। जब तक तुम एक ऐसा दिल रखने को तैयार हो जो खोज करने का इच्छुक हो और जो मेरा आदर करता हो, तो मैं तुम्हें वे सब चीज़ें दूंगा जिनकी तुम्हारे पास कमी है। कलीसिया अब एक औपचारिक अभ्यास में प्रवेश कर रही है और सभी चीज़ें सही रास्ते में प्रवेश कर रही हैं। चीज़ें अब वैसी नहीं रहीं जैसी तब थी जब तुम्हें आने वाली चीज़ों का पहले से स्वाद मिल जाता था। तुम लोगों को अब भ्रमित नहीं होना चाहिए या अंतर समझने की क्षमता के बिना नहीं होना चाहिए। मुझे क्यों आवश्यकता है कि तुम लोग हर चीज़ में वास्तविकता में प्रवेश करो? क्या तुमने वास्तव में इसका अनुभव किया है?

2019-04-26

अध्याय 58

यदि तुम मेरा इरादा समझ जाओगे, तो तुम मेरे बोझ के प्रति विचारशील रह पाओगे और तुम रोशनी और प्रकाशन प्राप्त कर पाओगे, और रिहाई और स्वतंत्रता प्राप्त कर पाओगे, मेरे दिल को संतुष्ट कर पाओगे, तुम्हारे लिए मेरी इच्छा को पूरी होने दोगे, सभी संतों की नैतिक उन्नति को साथ ला पाओगे, और पृथ्वी पर मेरे राज्य को दृढ़ और स्थिर बना पाओगे। इस समय महत्वपूर्ण बात है मेरा इरादा समझना, यह वह मार्ग है जिसमें तुम लोगों को प्रवेश करना चाहिए और इससे भी अधिक वह कर्तव्य है जिसे हर व्यक्ति को पूरा करना चाहिए।

2019-04-17

गंतव्य पर

जब भी गंतव्य की बात आती है, तुम उसे पूरी गंभीरता से लेते हो; तुम सभी लोग इस मामले में बहुत ही संवेदनशील हो। कुछ लोग तो एक अच्छा गंतव्य पाने के लिये परमेश्वर के सामने दंडवत करने से भी नहीं चूकते। मैं तुम्हारी उत्सुकता समझता हूं, उसे शब्दों में व्यक्त करने की आवश्यकता नहीं है। तुम बिल्कुल नहीं चाहोगे कि तुम्हारी देह किसी विपत्ति में फंस जाये, और न ही तुम यह चाहोगे कि भविष्य में तुम्हें कोई दीर्घकालिक दंड भुगतना पड़े। तुम केवल सरल और उन्मुक्त जीवन जीना चाहते हो। इसलिए जब भी गंतव्य की चर्चा आती है, तुम सब एकदम बेचैन हो जाते हो और डरने लगते हो कि यदि तुम लोग पूरी तरह से सतर्क नहीं रहे तो कहीं परमेश्वर तुमसे नाराज न हो जाये और कहीं तुम्हें दंड का भागी न बनना पड़े। अपने गंतव्य की खातिर तुम लोग समझौते करने से भी नहीं हिचके, और तुम में से बहुत से लोग जो भटकाव और चंचलता में फंसे हुए थे, वे अचानक विनम्र और ईमानदार हो गये; तुम्हारी ईमानदारी तो बल्कि घबराहट पैदा करती है।

2019-03-29

अध्याय 21

पवित्र आत्मा का कार्य अब तुम लोगों को एक नए स्वर्ग और नई पृथ्वी में ले आया है। सब कुछ नया किया जा रहा है, सब कुछ मेरे हाथों में है, सब कुछ नए रूप में शुरू हो रहा है! अपनी अवधारणाओं के साथ, लोग इसे समझ पाने में असमर्थ हैं, और उन्हें यह समझ में नहीं आ रहा है, लेकिन कार्य मैं कर रहा हूं, और इसमें मेरा ज्ञान निहित है। इसलिए तुम लोग अपनी सभी अवधारणाओं और विचारों को अलग रख सकते हो। बिना गलतफ़हमियों के अपने आप को परमेश्वर के वचन खाने और पीने में तुम स्वयं को समर्पित कर सकते हो।

2019-03-28

अभ्यास (6)

आज यहाँ तक कि बहुत से लोगों के पास पौलुस के जैसी तर्क-संगतता या आत्म-बोध भी नहीं है, जो, यद्यपि प्रभु यीशु के द्वारा मार गिराया गया था, फिर भी पहले से ही उसके लिए काम करने और पीड़ा सहने का संकल्पी था। यीशु ने उसे एक बीमारी दी, और बाद में, एक बार जब पौलुस के कार्य करना शुरू कर दिया, तो वह उस बीमारी से पीड़ित होना जारी रहा। वह क्यों कहता था कि उसके शरीर में एक काँटा है?

2019-03-27

मेरे जीवन सिद्धांतों ने मेरा अहित किया



मेरे जीवन सिद्धांतों ने मेरा अहित किया

                                                     2017-12-21
चैंगकाई बेंग्ज़ी शहर, लियाओनिंग प्रांत
एक सामान्य वाक्यांश "अच्छे लोग सबसे पीछे रह जाते हैं", ऐसी बात है जिससे मैं निजी रूप से बेहद परिचित हूँ। मैं और मेरा पति विशेष रूप से निष्कपट लोग थे: जब ऐसे मामलों की बात आती जिनमें हमारा खुद का निजी लाभ या हानि शामल हो, तो हम दूसरों के साथ बखेड़ा या झंझट वाले लोगों में से नहीं थे। हम जहाँ धीरज रख सकते थे हम धीरज रखते थे, हम जहाँ समझौतापरक हो सकते थे, वहाँ हम समझौतापरक होने की पूरी कोशिश करते थे। परिणामस्वरूप, अक्सर ही हम अपने को दूसरों के द्वारा धोखा दिया जाता हुआ और हमें अपमानित किया जाता हुआ पाते थे। वाकई ऐसा लगता था कि जीवन में, "अच्छे लोग सबसे पीछे रह जाते हैं"—अगर तुम्हारे दिल में बहुत ज्यादा अच्छाई हो, अगर तुम अपने मामलों में बहुत समझौतापरक और शालीन हो, तो तुम छले जाने के लिए काफी ज़िम्मेदार हो।

2019-03-26

अध्याय 20

पवित्र आत्मा का कार्य तेज़ी से आगे बढ़ रहा है, और तुम लोगों को एक बिल्कुल नई दुनिया में लेकर आ रहा है, अर्थात् तुम लोगों के सामने राज्य के जीवन की वास्तविकता प्रकट हो गई है। पवित्र आत्मा द्वारा बोले जाने वाले वचनों ने स्पष्टता से तुम्हारे दिल की गहराई का खुलासा किया है और इसके परिणामस्वरूप तुम लोगों के सामने एक के बाद एक तस्वीर प्रकट हो रही है। जिन लोगों में धार्मिकता की भूख और प्यास है, जो आज्ञा का पालन करने का इरादा रखते हैं, वे निश्चित रूप से सिय्योन में रहना जारी रखेंगे और नए यरुशलेम में रहेंगे। वे निश्चित रूप से मेरे साथ महिमा और गौरव प्राप्त करेंगे, और मेरे साथ सुंदर आशीष बांटेंगे।

2019-03-22

अध्याय 18



कलीसिया का निर्माण करना एक आसान काम नहीं है! मैं इसे बनाने में अपना पूरा दिल लगाता हूँ, और शैतान इसे तोड़ गिराने के लिए हर कोशिश करेगा। यदि तुम निर्मित होना चाहते हो, तो तुम्हारे पास अंतर्दृष्टि का होना आवश्यक होगा; तुम्हें मेरे अनुसार जीवन जीना होगा, मसीह का गवाह बनना होगा, मसीह को ऊंचाई पर रखना होगा और मेरे प्रति निष्ठावान रहना होगा।

2019-03-13

अध्याय 7

 हमारे आस-पास परिवेशों का उठना आत्मा में हमारी वापसी को बढ़ाता है। एक कठोर दिल से काम मत करो, इस बात की अवहेलना मत करो कि पवित्र आत्मा चिंतित है या नहीं, चालाक बनने की कोशिश न करो और बेपरवाह तथा आत्म-तुष्ट न बनो, या अपनी कठिनाइयों को न बढ़ाओ; केवल एक ही चीज़ जो तुम्हें करनी है वह है भाव और सच्चाई में परमेश्वर की आराधना करना। तुम परमेश्वर के वचनों को पीछे छोड़ नहीं सकते, या उन्हें अनसुना नहीं कर सकते; तुम्हें उन्हें सावधानी से समझना चाहिए, अपनी प्रार्थना पढ़ने को दोहराना चाहिए, और वचनों के भीतर निहित जीवन को आत्म-सात करना चाहिए। उन्हें पचाने के लिए समय दिए बिना, भेड़िये की तरह उन्हें व्यर्थ में निगलते न रहो।

2019-03-03

एक अपरिवर्तित स्वभाव का होना परमेश्वर के साथ शत्रुता में होना है

भ्रष्टाचार के हजारों सालों बाद, मनुष्य बेसुध और मूर्ख बन गया है, एक दुष्ट आत्मा जो परमेश्वर का विरोध करती है, इस हद तक कि परमेश्वर के प्रति मनुष्य की विद्रोहशीलता इतिहास की पुस्तकों में दर्ज हो गई है, और यहाँ तक कि मनुष्य खुद भी अपने विद्रोही स्वभाव का पूरा लेखा देने के अयोग्य है—क्योंकि मनुष्य शैतान के द्वारा पूरी तरह से भ्रष्ट किया जा चुका है, और शैतान के द्वारा रास्ते से भटका दिया गया है और वह नहीं जानता कि कहाँ मुड़ना है। आज भी, मनुष्य परमेश्वर को धोखा देता है: जब मनुष्य परमेश्वर को देखता है, तो वह उसे धोखा देता है, और जब वह परमेश्वर को नहीं देख सकता, तब भी वह उसे धोखा देता है। कुछ ऐसे भी हैं, जिन्होंने परमेश्वर के श्रापों और परमेश्वर के कोप का अनुभव भी किया है, फिर भी उसे धोखा देते हैं।

2019-03-01

तुम्हें परमेश्वर के प्रति अपनी भक्ति अवश्य बनाए रखनी चाहिए

पवित्र आत्मा अब कलीसिया के भीतर किस प्रकार से काम कर रहा है? क्या तुम्हें इसकी कोई समझ है? भाइयों और बहनों की सबसे बड़ी कठिनाईयाँ क्या हैं? उनमें सबसे अधिक किस चीज की कमी है? वर्तमान में, कुछ लोग हैं जो परीक्षणों के बीच नकारात्मक होते हैं, और उनमें से कुछ तो शिकायत भी करते हैं, और कुछ आगे नहीं बढ़ रहे हैं क्योंकि परमेश्वर अब और नहीं बोल रहा है।

2019-02-26

मात्र वे लोग जो अभ्यास करने पर केन्द्रित रहते हैं, उन्हें ही सिद्ध बनाया जा सकता है

सर्वशक्तिमान परमेश्‍वर कहते हैं:तुम्हारी नकारात्मकता के द्वारा ही तुम्हें तुम्हारी भ्रष्टता दिखाई गई है, और फिर नकारात्मकता को उतार फेंकने के द्वारा तुम अभ्यास करने के लिए एक मार्ग प्राप्त करोगे, और यही तुम्हारी सिद्धता है।

मात्र वे लोग जो अभ्यास करने पर केन्द्रित रहते हैं, उन्हें ही सिद्ध बनाया जा सकता है

अंतिम दिनों में, जो कार्य परमेश्वर को करना था, उसे करने और अपने वचनों की सेवकाई करने के लिए परमेश्वर ने देहधारण किया। वह मनुष्यों के मध्य उन लोगों को सिद्ध बनाने के लक्ष्य के साथ कार्य करने के लिए एक व्यक्ति के रूप में आया, जो लोग उसके हृदय के समीप थे। सृष्टि से लेकर आज तक अन्तिम दिनों में वह मात्र यह कार्य करता है। मात्र अन्तिम दिनों के दौरान ही ऐसे विशाल स्तर का कार्य करने के लिए परमेश्वर ने देहधारण किया था।

2019-02-13

जिनके स्वभाव परिवर्तित हो चुके हैं, वो वे लोग हैं जो परमेश्वर के वचनों की वास्तविकता में प्रवेश कर चुके हैं

पवित्र आत्मा मनुष्य के हृदय को पहले सभी व्यक्तियों, कार्यक्रमों और चीजों से अलग करता है, ताकि वह विश्वास करे कि परमेश्वर का वचन पूर्ण रूप से और बिना संदेह के, सत्य मानने योग्य है। क्योंकि तू परमेश्वर पर विश्वास करता है अतः उसके वचनों पर भी विश्वासकर; यदि तू बरसों से उस पर अपना भरोसा धरे हुए है, परंतु पवित्र आत्मा के तरीकों को नहीं समझ पाया है, तो क्या तू सही अर्थ में एक विश्वासी है? परमेश्वर के साथ एक साधारण एवं उचित जीवन प्राप्त करने हेतु पहले उसके वचनों पर विश्वास करना होगा।

2019-01-07

अध्याय 43

क्या मैंने तुम्हें याद नहीं दिलाया है? आशंकित मत हो; तुम सब इतने बेपरवाह हो कि तुम लोगों ने मेरी बात सुनी ही नहीं है! तुम मेरे दिल को कब समझ पाओगे? हर दिन एक नया प्रबोधन होता है, हर दिन नई रोशनी होती है। तुम लोगों ने कितनी बार इसे अपने लिए समझा है?

2018-12-30

अध्याय 40

तुम इतने सुस्त क्यों हो? तुम इतने सुन्न क्यों हो? बार-बार याद दिलाने पर भी तुम लोग नहीं जागते हो; यह मुझे परेशान करता है। सच में मेरे पास अपने पुत्रों को इस तरह देखने की भावनात्मक शक्ति नहीं है। मेरा हृदय यह कैसे सहन कर सकता है? आह! मुझे तुम लोगों को खुद अपने हाथ से सिखाना है। मेरी गति लगातार तेज हो रही है। मेरे पुत्रों! जल्दी उठो और मेरे साथ सहयोग करो।