2019-06-01

अध्याय 91

मेरा आत्मा लगातार मेरी वाणी बोलता और कथन कहता है—तुम लोगों में से कितने मुझे जान सकते हैं? मुझे क्यों अवश्य देह बन कर तुम लोगों के बीच आना होगा? यह एक बड़ा रहस्य है। तुम लोग मेरे बारे में सोचते हो और पूरे दिन मेरे लिए लालायित रहते हो, और तुम लोग मेरी स्तुति करते हो, मेरा आनंद लेते हो और हर दिन मुझे खाते और पीते हो, और फिर भी आज मुझे नहीं जानते हो। कितने अज्ञानी और अंधे हो! तुम लोग मुझे कितना कम जानते हो! तुम लोगों में से कितने मेरी इच्छा के प्रति विचारशील हो सकते हैं? अर्थात्, तुम लोगों में से कितने मुझे जान सकते हो?तुम सभी चालाक, भयावह लोग हो, और फिर भी तुम मेरी इच्छा को पूरा करना चाहते हो? रहने भी दो! मैं तुझसे कहता हूँ, शैतान के कार्य चाहे कितने ही अच्छे क्यों न हों, यह सब मेरे निर्माण को ध्वस्त करने और मेरे प्रबंधन को बाधित करने के लिए किये जाते हैं। चाहे यह कितना अच्छा कार्य क्यों न करता हो, इसका सार नहीं बदलता है—यह मेरा अनादर करता है। इसलिए, बहुत से लोग अनजाने में मेरे हाथ से मार गिराए जाते हैं और अनजाने में मेरे परिवार से बाहर निकल जाते हैं। आज, कोई भी मामला (चाहे मामला बड़ा हो या छोटा) मनुष्य द्वारा आयोजित नहीं किया जाता है और वे सभी मेरे हाथों के भीतर हैं। यदि कोई कहता है कि सभी चीज़ें मनुष्य के नियंत्रण में हैं तो मैं कहता हूँ कि तू मेरा अनादर करता है, और मैं निश्चित रूप से तुझे गंभीर रूप से ताड़ना दूँगा और तेरे आराम के लिए कोई जगह नहीं छोड़ूँगा। सभी चीज़ों में से कौन सी चीज़ मेरे हाथों के भीतर नहीं है? कौन सी चीज़ मेरे द्वारा स्थापित, या मेरे द्वारा निर्धारित नहीं है? और तू अभी भी मुझे जानने के बारे में बात करता है! यह एक सफेद झूठ है। तूने दूसरों को धोखा दिया है इसलिए तू सोचता है कि तू मुझे भी धोखा दे सकता है? तूने सोचा था कि यदि तूने जो किया है उसके बारे में किसी को पता नहीं चला तो मामला खत्म हो जाएगा? ऐसा मत सोच कि तू हल्के में बच जाएगा! मुझे अवश्य तुझसे अपने सामने घुटने टेकवाने है और इसके बारे में कहलवाना है। न बोलना अस्वीकार्य है; यह मेरा प्रशासनिक आदेश है!
क्या तुम लोग वास्तव में समझते हो कि मेरा आत्मा कौन है, और वह कौन व्यक्ति है जो मैं हूँ? मेरे देहधारण करने का अर्थ क्या है? तुम लोगों में से किसने इस तरह के महत्वपूर्ण मामले पर सावधानी से विचार किया है और मुझसे कुछ प्रकाशन प्राप्त किया है? तुम सब लोग स्वयं को बेवकूफ़ बना रहे हो! मैं क्यों कहता हूँ कि तू बड़े लाल अजगर की संतान है? आज मैं तुम लोगों के लिए अपने देहधारण के रहस्य को प्रकट करता हूँ, ऐसा रहस्य जिसे मनुष्य दुनिया के सृजन के बाद से ही उजागर करने में असमर्थ रहा है, जिसने मेरी नफ़रत की बहुत सी वस्तुओं का ध्वंस कर दिया है। और इसलिए यह आज है। मेरी देह की वजह से, जिन्हें मैं प्यार करता हूँ उनमें से बहुतों को सिद्ध बना दिया गया है। मुझे वास्तव में देह क्यों बनना होगा? और मेरे पास मेरी वर्तमान छवि क्यों है (मेरी ऊँचाई, मेरा प्रकटन और कद-काठी आदि जैसी मेरी सभी चीज़ें)? इसके बारे में एक भी बात कौन कह सकता है? मेरे देहधारण का इतना अधिक महत्व है कि इसे बस नहीं कहा जा सकता है। मैं तुम लोगों को इसका बस एक अंश बताऊँगा (क्योंकि मेरे काम के चरणों ने इसे यहाँ तक पहुँचाया है, इसलिए मुझे अवश्य यह करना और यह कहना चाहिए): मेरा देहधारण प्राथमिक रूप से मेरे ज्येष्ठ पुत्रों पर निर्देशित है, ताकि मैं अवश्य उनकी चरवाही करूँ और ताकि वे मेरे साथ आमने-सामने बातचीत कर सकें और बोल सकें; यह ये भी दिखाता है कि मैं और मेरे ज्येष्ठ पुत्र एक दूसरे के साथ अंतरंग हैं (जिसका अर्थ है कि हम एक साथ खाते हैं, एक साथ रहते हैं, एक साथ जीते हैं और एक साथ कार्य करते हैं), ताकि उन्हें वास्तविकता में मेरे द्वारा खिलाया जा सके—ये खोखले वचन नहीं हैं बल्कि यह वास्तविकता है। पहले, लोग मुझ पर विश्वास करते थे लेकिन वास्तविकता को समझ नहीं सके थे, और ऐसा इसलिए था क्योंकि मैंने अभी तक देहधारण नहीं किया था। आज, मेरा देहधारण करना तुम सभी लोगों को वास्तविकता को समझने देता है और मेरे भाषणों और आचरण और जिस तरह से मैं—बुद्धिमान परमेश्वर स्वयं—मामलों को सँभालता हूँ उनके पीछे के सिद्धान्तों के माध्यम से उन लोगों को मुझे जानने देता है जो मुझे ईमानदारी से प्रेम करते हैं। जो ईमानदारी से मेरी तलाश नहीं करते हैं यह उन लोगों को भी मेरे अगोचर कार्यों में मेरी मानवता के पहलू को देखने देता है और इस तरह मेरा अनादर करने देता है, और फिर, मेरे द्वारा मार गिराए जाने से, "बिना किसी भी कारण के" मरने देता है। शैतान को अपमानित करने में, देहधारण मेरे लिए सबसे जबरदस्त गवाही देता है; मैं न केवल देह से सामने आने में सक्षम हूँ बल्कि मैं देह के भीतर भी रह सकता हूँ। मैं किसी भी स्थानिक या भौगोलिक प्रतिबंध से प्रभावित नहीं हूँ, मेरे साथ किसी भी तरह की कोई बाधाएँ नहीं है और सब कुछ अबाध गति से चलता है। इस स्थिति से शैतान सर्वाधिक शर्मिंदा होता है, और जब मैं देह से सामने आता हूँ, तब भी मैं अपनी देह के माध्यम से कार्य करता हूँ, और बिल्कुल भी प्रभावित नहीं होता हूँ। मैं अभी भी ब्रह्मांड में पर्वतों, नदियों, झीलों और हर चीज़ के हर कोने पर प्रगति करता हूँ। उन सभी को प्रकट करने के लिए मेरा देहधारण हुआ है जो मुझसे जन्मे तो थे लेकिन मेरा अनादर करने के लिए उठ गए हैं। यदि मैं देह नहीं बनता, तो उन्हें प्रकट करने का कोई तरीका नहीं होता (जिसका अर्थ है कि वे लोग जो मेरे सामने एक तरह से क्रिया करते हैं और मेरी पीठ पीछे दूसरी तरह से)। यदि मैं एक पवित्रात्मा के रूप में बना रहता, तो लोग अपनी धारणाओं में मेरी आराधना करते, और सोचते कि मैं एक निराकार और अगम्य परमेश्वर हूँ। आज लोगों की धारणाओं (मेरी ऊँचाई और मेरे प्रकटन के सम्बन्ध में) के विपरीत, बहुत लंबा नहीं होते हुए, मैंने एक साधारण व्यक्ति के समान मैंनेदेहधारण किया है। यही स्थिति शैतान को सर्वाधिक अपमानित करती है और लोगों की धारणाओं (शैतान की ईशनिन्दा) का सबसे शक्तिशाली प्रत्युत्तर है। यदि मेरा प्रकटन हर किसी से भिन्न होता तो यह परेशानी उत्पन्न करता—सभी मेरी आराधना करने आते और अपनी धारणाओं के माध्यम से मुझे समझते, और वे मेरे लिए उस सुंदर गवाही को देने में समर्थ नहीं होते। इसलिए मैंने स्वयं उस छवि को लिया जो आज मेरी है, और इसे समझना बिल्कुल भी मुश्किल नहीं है। सभी को अपनी धारणाओं से बाहर आना चाहिए और शैतान के कुटिल षड़यंत्रों से धोखा नहीं खाना चाहिए। भविष्य में, अपने कार्य की आवश्यकताओं के अनुसार, मैं तुम लोगों को बारी-बारी से और अधिक बताऊँगा।
आज, मेरी परियोजना सफल है और मेरी योजना पूरी हो गई है। मैंने उन लोगों का एक समूह प्राप्त कर लिया है जो एक चित्त होकर मेरे साथ सहयोग करते हैं, और यह मेरा सबसे गौरवशाली समय भी है। मेरे प्यारे पुत्र (वे सभी जो मुझसे प्रेम करते हैं) सभी चीज़ों को पूरा करने में मेरे साथ एक दिल और दिमाग वाले होने में सक्षम हैं—यह एक अदभुत बात है। आज के बाद, जिनसे मैं असंतुष्ट हूँ, उनके पास पवित्र आत्मा का कार्य नहीं होगा। अर्थात्, मैं उन लोगों को निकाल दूँगा जो अतीत में मेरे कहे के अनुरूप नहीं हैं। जो कुछ भी मैं कहता हूँ लोगों को पूरी तरह से उसके अनुरूप अवश्य होना चाहिए। इसे याद रख! यह पूरी तरह से अनुरूप होना है। ग़लत ढंग से मत समझ; सब मेरे ऊपर है। लोगो, मेरे साथ शर्तों की बात मत करो। यदि मैं कहता हूँ कि तू योग्य है तो यह पत्थर की लकीर है, और यदि मैं कहता हूँ कि तू योग्य नहीं हैं, तो दुःखी मत हो और स्वर्ग और धरती को दोष मत दे—वे सभी मेरी व्यवस्थाएँ हैं। किसने तुझसे तेरा स्वयं का अपमान करवाया है? किसने तुझसे ऐसी शर्मनाक मूर्खता करवाई है? भले ही तू कुछ नहीं कहे, तू मुझसे सत्य को छिपा नहीं सकता है। जब मैं कहता हूँ कि मैं स्वयं परमेश्वर हूँ जो मनुष्य के अंतर्तम हृदय की जाँच करता है तो मैं किसे लक्षित कर रहा हूँ? यह मैं उन बेईमान लोगों से कहता हूँ। मेरी पीठ पीछे इस प्रकार की चीज़ को करना, कितनी बेशर्मी की बात है। क्या तुम लोग असत्य बोल कर मुझे धोखा देना चाहते हो? यह इतना आसान नहीं है! यहाँ से तुरंत निकल जाओ! विद्रोह के पुत्रो! तुम लोग खुद से प्यार नहीं करते हो, खुद का सम्मान नहीं करते हो! अपने बारे में परवाह नहीं करते हो, फिर भी चाहते हो कि मैं तुम लोगों से प्यार करूँ? ऐसा कभी नहीं होगा! मुझे इस तरह का एक भी अभागा नहीं चाहिए। सभी यहाँ से निकल जाओ! यह मेरे नाम को सबसे गंभीर रूप से शर्मिंदा करता है और इसे स्पष्ट रूप से नहीं देखने से तुम लोगों का काम नहीं चलेगा। इस दुष्ट और कामुकतापूर्ण पुराने युग में किसी भी गंदगी से दूषित होने से तुम लोगों को खुद को अवश्य बचाना चाहिए; तुम लोगों को पूरी तरह पवित्र और बेदाग अवश्य होना चाहिए। आज, जो मेरे साथ राजाओं के रूप में शासन करने के लिए पर्याप्त रूप से योग्य हैं ये वे लोग हैं जो किसी भी गंदगी से दूषित नहीं हुए हैं, क्योंकि मैं स्वयं पवित्र परमेश्वर हूँ और मैं ऐसे किसी को भी नहीं चाहता हूँ जो मेरा नाम को शर्मिंदा करता हो। जहाँ तक इनकी बात है, इन्हें शैतान द्वारा मेरी परीक्षा लेने के लिए भेजा जाता है और वे सचमुच शैतान के अनुचर हैं जिन्हें अवश्य मार भगाया जाना चाहिए (अथाह गड्ढे में डाल दिया जाना चाहिए)।
मेरा परिवार पवित्र और बेदाग है, और मेरा मंदिर आलीशान और प्रतापी है (जिसका अर्थ है कि वे लोग जिनके पास मेरा स्वरूप है)। कौन प्रवेश करने और अंधाधुंध तरीके से उपद्रव मचाने का साहस करता है? मैं निश्चित रूप से उन्हें माफ नहीं करूँगा। वे पूरी तरह से नष्ट हो जाएँगे और वे अवश्य बहुत शर्मिंदा होंगे। मैं बुद्धिमानी से काम करता हूँ। चाकू के बिना, बंदूक के बिना और एक भी अँगुली उठाए बिना, मैं उन लोगों को पूरी तरह से पराजित कर दूँगा जो मेरा अनादर करते हैं और मेरे नाम को शर्मिंदा करते हैं। मैं उदारचरित हूँ, और तब भी एक स्थिर गति से मैं अपना काम करता रहता हूँ जब शैतान ऐसी परेशानी पैदा करता है; मैं इस पर कोई ध्यान नहीं देता हूँ और मैं अपनी प्रबंधन योजना की पूर्णता के साथ इसे पराजित कर दूँगा। यह मेरी सामर्थ्य और मेरी बुद्धि है, और इससे भी अधिक यह मेरी अनन्त महिमा का एक छोटा सा हिस्सा है। मेरी नज़रों में, जो मेरा अनादर करते हैं वे गंदगी में रेंगने वाले कीड़ों की तरह हैं और, जैसा मैं चाहूँ, मैं उन्हें किसी भी समय पैरों तले कुचल सकता हूँ। हालाँकि, मैं बुद्धि के साथ चीज़ों को करता हूँ। मैं चाहता हूँ कि मेरे ज्येष्ठ पुत्र जा कर उन्हें निबटाएँ; मैं किसी जल्दी में नहीं हूँ। मैं विधिवत रूप से, व्यवस्थित रीति में, और निश्चित रूप से बिना किसी त्रुटि के कार्य करता हूँ। उन ज्येष्ठ पूत्रों के पास जो मुझसे जन्मे हैं, वह होना चाहिए जो मैं हूँ, और उन्हें मेरे कर्मों में मेरी अनन्त बुद्धि को देखने में समर्थ होना चाहिए!

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