कैसे परमेश्वर करते हैं सब पर राज
जिस पल तुम आये दुनिया पर, रोते हुए,उस पल से ही तुम कर्त्तव्य सारा, निभाते गए,
मानते हुए परमेश्वर के हर विधान, और योजना,
तुम समझ लिए, हर काम अपना, और किया शुरू इस जीवन का सफर...
जो भी हो तेरा कल, या हो सफर आगे का,
कोई नहीं बच सकता है, स्वर्ग के आयोजन से,
किस्मत किसी के बस में है तो नहीं,
क्योंकि वो ही है, जो राजा सभी का, कर सकते हैं ऐसा काम...
जब से मानव आया, संसार में,
परमेश्वर अपना हर एक काम करते गए,
करते हुए सदा ही हर प्रबंध, संसार का,
सभी की गति और बदलाव का करते गए सदा ही संचालन...
सभी चीज़ों की तरह मानव भी, शांति से और अनजाने में,
मधुर पोषण, ओस और बरसात पाता है परमेश्वर से,
सभी की तरह, अनजाने में ही,
मानव भी परमेश्वर के आयोजन में है जीता...
हर मानव का दिल, और आत्मा,
है तो बस प्रभु के हाथों में,
उसका पूरा जीवन प्रभु देखते हैं ध्यान से,
तुम चाहे मानो या फिर ना मानो,
ऐसा ही होता है संसार में...
हर वस्तुएँ, जीवित या मृत,
बदल जाएंगी, और हो जाएंगी फिर से नयी, और खो जाएंगी,
परमेश्वर की इच्छानुसार,
ऐसे ही परमेश्वर करते हैं सभी पर राज...
“वचन देह में प्रकट हुआ” से
चमकती पूर्वी बिजली, सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया का सृजन सर्वशक्तिमान परमेश्वर के प्रकट होने और उनका काम, परमेश्वर यीशु के दूसरे आगमन, अंतिम दिनों के मसीह की वजह से किया गया था। यह उन सभी लोगों से बना है जो अंतिम दिनों में सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कार्य को स्वीकार करते हैं और उसके वचनों के द्वारा जीते और बचाए जाते हैं। यह पूरी तरह से सर्वशक्तिमान परमेश्वर द्वारा व्यक्तिगत रूप से स्थापित किया गया था और चरवाहे के रूप में उन्हीं के द्वारा नेतृत्व किया जाता है। इसे निश्चित रूप से किसी मानव द्वारा नहीं बनाया गया था। मसीह ही सत्य, मार्ग और जीवन है। परमेश्वर की भेड़ परमेश्वर की आवाज़ सुनती है। जब तक आप सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचनों को पढ़ते हैं, आप देखेंगे कि परमेश्वर प्रकट हो गए हैं।
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