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2018-10-18

प्रस्तावना

अनुग्रह, परमेश्वर, पवित्र आत्मा, यीशु, सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचन
प्रस्तावना

यद्यपि बहुत से लोग परमेश्वर पर विश्वास करते हैं, किंतु बहुत कम लोग समझते हैं कि परमेश्वर पर विश्वास करने का अर्थ क्या है, और परमेश्वर के मन के अनुरूप बनने के लिये उन्हें क्या करना चाहिए। ऐसा इसलिए है क्योंकि यद्यपि लोग "परमेश्वर" शब्द और "परमेश्वर का कार्य" जैसे वाक्यांश से परिचित हैं, किंतु वे परमेश्वर को नहीं जानते हैं, और उससे भी कम वे उसके कार्य को जानते हैं। इसमें कोई आश्चर्य नहीं कि तब वे सभी जो परमेश्वर को नहीं जानते हैं, वे दुविधायुक्त विश्वास रखते हैं।

2018-10-13

Christian Variety Show "असल में प्रभु कैसे आते हैं?" (Crosstalk) Revealing Mystery of Jesus' Return


Hindi Christian Variety Show "असल में प्रभु कैसे आते हैं?" (Crosstalk) Revealing Mystery of Jesus' Return

अंत के दिनों में, प्रभु यीशु की वापसी का इंतज़ार करने वाले ईसाइयों का मूड बहुत ही गहन या भावुक हो जाता है, लेकिन सवाल ये है कि असल में प्रभु लौटेंगे कैसे? कुछ लोग कहते हैं, "प्रभु यीशु बादलों पर आएंगे।" दूसरे लोगों का कहना है, "उनके लौटने की भविष्यवाणियाँ ये भी कहती हैं, 'देख, मैं चोर के समान आता हूँ' (प्रकाशितवाक्य <a class="yt-simple-endpoint style-scope yt-formatted-string" href="https://www.youtube.com/watch?v=cAnBPisoJNA&t=975s" spellcheck="false" style="cursor: pointer; display: inline-block; text-decoration-line: none;"

2018-10-05

Hindi Christian Movie | ईमानदारी अनमोल है | Only the Honest Can Enter Into the Kingdom of Heaven


Hindi Christian Movie | ईमानदारी अनमोल है | Only the Honest Can Enter Into the Kingdom of Heaven

झेन चेंग एक उपकरण मरम्मत की दुकान का मालिक थाI वह दयालु, ईमानदार था और कायदे से कारोबार करता थाI वह कभी किसी की आँखों में धूल झोंकने की कोशिश नहीं करता था, बल्कि वह अपने परिवार के भरण-पोषण के लिए मुश्किल से ही पैसा कमा पा रहा थाI कुछ समय बाद, उसके परिवार के सदस्य और एक साथी व्यापारी ने उसे कारोबार के हथकंडों को आजमाने के लिए उकसाया, और झेन चेंग उस कहावत पर विश्वास करने लगा जो एक शैतानी सिद्धांत को दर्शाती है: “बिना दूसरी आमदनी के आदमी कभी अमीर नहीं बन सकता, जैसे कि घोड़ा अगर रात में अपने तबेले में भूखा रहेगा तो कभी उसका वजन नहीं बढ़ेगाI“

2018-09-30

Hindi Christian Video clip "भक्ति का भेद" (1) - मनुष्य के पुत्र के आने का रहस्य

Hindi Christian Video clip "भक्ति का भेद" (1) - मनुष्य के पुत्र के आने का रहस्य


प्र
भु की वापसी की बात करते हुए, प्रभु यीशु ने कहा, "तुम भी तैयार रहो; क्योंकि जिस घड़ी तुम सोचते भी नहीं, उसी घड़ी मनुष्य का पुत्र आ जाएगा" (लूका 12: 40)। "क्योंकि जैसे बिजली आकाश के एक छोर से कौंध कर आकाश के दूसरे छोर तक चमकती है, वैसे ही मनुष्य का पुत्र भी अपने दिन में प्रगट होगा।

2018-09-27

Hindi Christian Movie | वे कौन हैं जो वापस आए हैं | Lord Jesus Christ Has Come Back (Hindi Dubbed)

Hindi Christian Movie | वे कौन हैं जो वापस आए हैं | Lord Jesus Christ Has Come Back (Hindi Dubbed)

किम योनग्रोक कोरियाई धार्मिक समुदाय का एक धर्मनिष्ठ पादरी था। सत्य की प्यास में, उसने बेसब्री से प्रभु यीशु के दूसरे आगमन की आशा लगा रखी थी। 2013 में एक दिन चोसन इल्बो नामक समाचारपत्र में सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचनों पर उसकी नज़र पड़ी। अधिकार और सामर्थ्य से भरे इन वचनों का उस पर तत्काल प्रभाव पड़ा जो उसे अंदर तक छू गए।

2018-09-25

Best Hindi Christian Movie | कितनी सुंदर वाणी।" | Have You Welcomed the Return of Lord Jesus?


Best Hindi Christian Movie | कितनी सुंदर वाणी।" | Have You Welcomed the Return of Lord Jesus? (Hindi Dubbed)

डॉन्‍ग जिंगशीन चीन की एक गृह कलीसिया में प्रचारक हैं। वे पिछले तीस वर्षों से प्रभु में विश्वास कर रही हैं, और उन्हें सत्य से प्रेम है; वे अक्सर प्रभु के वचनों को पढ़ती है और उनसे प्रेरित होती हैं। वे प्रभु के लिए बड़े उत्साह से स्वयं को समर्पित करती है। अपने प्रचारक के कार्य की वजह से, चीनी कम्युनिस्ट सरकार की पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया था, जहाँ उन्हें क्रूरता और यातनाओं का सामना करना पड़ा। ये केवल प्रभु के वचन ही थे जिन्होंने अमानवीय कैद के सात वर्षों के जीवन को बरदाश्‍त करने में उनका मार्गदर्शन किया। रिहा होने के बाद, उनकी सहकर्मी चांगुआंग उनसे मिलने आती हैं और, उन्हें सर्वशक्तिमान परमेश्वर के उन वचनों को पढ़कर सुनाती हैं, जिनमें गवाही दी गयी है कि परमेश्वर प्रकट हो चुके हैं और अंत के दिनों में कार्य कर रहे हैं। वे उन्हें “वचन देह में प्रकट होता है” पुस्तक की एक प्रति भी देती हैं। सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कई वचनों को पढ़ने के बाद, डॉन्‍ग जिंगशीन को लगता है कि वे अधिकारपूर्ण हैं, और परमेश्वर की ओर से आए हैं। इस बारे में और अधिक जानने की लालसा उनके मन में जागती है। डॉन्‍ग जिंगशीन और उनके पति बड़ी बेसब्री और उत्सुकता से सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचनों को पढ़ते हैं और पाते हैं कि वे सभी पूर्ण सत्‍य और परमेश्वर की वाणी हैं। वे इस नतीज़े पर पंहुचते हैं कि सर्वशक्तिमान परमेश्वर ही वास्तव में प्रभु यीशु की वापसी हैं जिनकी वे कई वर्षों से प्रतीक्षा कर रहे थे! जिस समय वे दोनों प्रभु की वापसी के स्वागत की खुशियों में डूबे हुए थे, उसी समय पुलिस प्रमुख उनसे मिलने आते हैं और उन्हें किसी भी प्रकार की बैठक में जाने या कोई भी प्रचार करने के विरूद्ध चेतावनी देते हैं। वे उन्हें चेतावनी देते हैं कि उन्‍हें ख़ास तौर पर चमकती पूर्वी बिजली का प्रचार करने वाले किसी भी व्यक्ति की सूचना देनी होगी, और यह बात डॉन्‍ग जिंगशीन के मन में घबराहट पैदा कर देती है। इसके बाद, जैसे ही उनके पादरी को इस बात का पता चला कि डॉन्‍ग जिंगशीन अंत के दिनों में परमेश्वर के कार्य को समझने के लिये भाई-बहनों का नेतृत्‍व कर रहीं हैं, तो वे भी बीच में दखल देकर उन्‍हें रोकते हैं। शैतान की शक्तियों के कारण भ्रम और रुकावट का सामना करते हुए, डॉन्‍ग जिंगशीन प्रार्थना, अनुसरण और सहभागिता के माध्यम से धार्मिक दुनिया के पादरियों और एल्डर्स का असली चेहरा साफ़ तौर पर देख iपाती हैं। पीछे हटे बिना वे सच्‍चे मार्ग को खोजने के लिए भाई-बहनों की अगुवाई करना जारी रखती हैं, साथ ही, वे सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया से सहभागिता करने और अंत के दिनों में परमेश्वर के कार्य की गवाही देने के लिए लोगों को आमंत्रित करती हैं। अंत में, सभी लोग इस बात को मानते हैं कि सर्वशक्तिमान परमेश्वर द्वारा कहे गए वचन वास्तव में परमेश्वर की वाणी हैं, और वे परमेश्वर का प्रकटन हैं। हर कोई काफ़ी प्रभावित होता है: सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचनों की वाणी कितनी मधुर है!  

2018-09-20

New Hindi Christian Movie | मर्मभेदी यादें | True Confession of a Christian (Hindi Dubbed)


New Hindi Christian Movie | मर्मभेदी यादें | True Confession of a Christian (Hindi Dubbed)

फैन गुओई चीन में हाउस चर्च का एक एल्डर था। बीस वर्ष से अधिक की सेवा के दौरान, उसने हमेशा पौलुस का अनुकरण किया, और कठोर श्रम किया तथा पूरे उत्साह से प्रभु के लिए व्यय किया। इसके अलावा, वह दृढ़ता से मानना था कि इस तरह अपनी आस्था को जारी रख कर, वह स्वर्गिक पिता की इच्छा को पूरा कर रहा है, और यह कि जब प्रभु वापस आएगा तो उसे निश्चित रूप से स्वर्ग के राज्य में आरोहित किया जाएगा। हालाँकि, जब उसे सर्वशक्तिमान परमेश्वर के अंत के दिनों का उद्धार एकाएक मिला तो वह अपनी धारणाओं पर टिका रहा।

2018-08-15

Love God Without Regrets | Hindi Christian Music Video "मुश्किल डगर पर परमेश्वर का अनुसरण करो"


Love God Without Regrets | Hindi Christian Music Video "मुश्किल डगर पर परमेश्वर का अनुसरण करो"
तुम खुद को ईश्वर के लिए व्यय करते हो, मैं खुद को उसे समर्पित करता हूँ, छोड़ा गया परिवार के द्वारा, संसार द्वारा बदनाम किया गया। ईश्वर के अनुसरण की राह बिल्कुल भी नहीं आसान। मैं अपना दिल और आत्मा लगाता हूँ ईश्वर के राज्य को बढ़ाने में। मैं विदा करता हूँ अपने जवानी के श्रेष्ठ सालों को। आने वाले सुख-दुख का मैं स्वागत करता हूँ। ईश्वर की अपेक्षाओं को संतुष्ट करने को, मैं उसकी व्यवस्था का पालन करता हूँ। चाहे मुझे जीवन भर सहना पड़े, मैं उसका अनुसरण करूँगा और गवाही दूंगा। चाहे मुझे जीवन भर सहना पड़े, मैं उसका अनुसरण करूँगा और गवाही दूंगा।

2018-08-09

सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कथन "वे जो मसीह से असंगत हैं निश्चय ही परमेश्वर के विरोधी हैं"



सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कथन "वे जो मसीह से असंगत हैं निश्चय ही परमेश्वर के विरोधी हैं"


सभी मनुष्य यीशु के सच्चे रूप को देखने और उसके साथ रहने की इच्छा करते हैं। मैं विश्वास करता हूँ कि भाइयों या बहनों में से एक भी ऐसा नहीं है जो कहेगा कि वह यीशु को देखने या उसके साथ रहने की इच्छा नहीं करता है। यीशु को देखने से पहले, अर्थात, देहधारी परमेश्वर को देखने से पहले, संभवत: तुम्हारे भीतर अनेक विचार होंगे, उदाहरण के लिए, यीशु के रूप के बारे में, उसके बोलने के तरीका, उसके जीवन-शैली के बारे में इत्यादि। लेकिन एक बार वास्तव में उसे देख लेने के बाद, तुम्हारे विचार तेजी से बदल जाएँगे। ऐसा क्यों है? क्या तुम लोग जानना चाहते हो? जबकि मनुष्य की सोच और विचारों को नज़र अंदाज नहीं किया जा सकता, लेकिन यह मनुष्य के लिए और बहुत अधिक असहनीय है कि वह मसीह के सार में परिवर्तन करे। तुम लोग मसीह को अविनाशी, एक संत मानते हो, लेकिन कोई उसे एक सामान्य मानव नहीं मानता जो दिव्य सार धारण किये हुए है। इसलिए, अनेक लोग जो दिन-रात परमेश्वर को देखने की लालसा करते हैं, वास्तव में परमेश्वर के शत्रु हैं और परमेश्वर के अनुरूप नहीं हैं। क्या यह मनुष्य की ओर से की गई ग़लती नहीं है? तुम लोग अभी भी यह सोचते हो कि तुम्हारा विश्वास और तुम्हारी निष्ठा ऐसी है कि तुम सब मसीह के रूप को देखने के योग्य हो, परन्तु मैं तुमसे गुहार लगाता हूँ कि तुम अपने आपको और भी अधिक व्यवहारिक चीज़ों से सन्नद्ध कर लो! क्योंकि भूतकाल, वर्तमान, और भविष्य में बहुतेरे जो मसीह के सम्पर्क में आए, वे असफल हो गए हैं और असफल हो जाएँगे; वे सभी फरीसियों की भूमिका निभाते हैं। तुम लोगों की असफलता का कारण क्या है? इसका सटीक कारण यह है कि तुम्हारे विचार में एक प्रशंसनीय परमेश्वर है। परन्तु सत्य ऐसा नहीं जिसकी मनुष्य कामना करता है। न केवल मसीह ऊँचा-विशाल नहीं है, बल्कि वह विषेश रूप से छोटा है; वह न केवल मनुष्य है बल्कि एक सामान्य मनुष्य है; वह न केवल स्वर्ग पर नहीं चढ़ सकता, बल्कि वह पृथ्वी पर भी स्वतन्त्रता से घूम नहीं सकता है। और इसलिए लोग उस के साथ सामान्य मनुष्य जैसा व्यवहार करते हैं; जब वे उसके साथ होते हैं तो बेतकल्लुफ़ी भरा व्यवहार करते हैं, और उसके साथ लापरवाही से बोलते हैं, और तब भी पूरे समय "सच्चे मसीह" के आने का इन्तज़ार करते रहते हैं। जो मसीह पहले ही आ चुका है उसे तुम लोग ऐसा समझते हो कि वह एक साधारण मनुष्य है और उसके वचन को भी साधारण इंसान के वचन मानते हो। इसलिए, तुमने मसीह से कुछ भी प्राप्त नहीं किया है और उसके बजाए प्रकाश में अपनी कुरूपता को पूरी तरह प्रकट कर दिया है। मसीह के सम्पर्क में आने से पहले, तुम्हें शायद विश्वास हो कि तुम्हारा स्वभाव पूरी तरह बदल चुका है, तुम मसीह के निष्ठावान अनुयायी हो, और तुम्हें शायद यह भी विश्वास हो कि तुम मसीह की आशीषों को प्राप्त करने के लिए सबसे ज़्यादा योग्य हो। क्योंकि तुम कई मार्गों पर यात्रा कर चुके हो, बहुत काम कर चुके हो, और बहुत अधिक फल ला चुके हो, अतः अंत में तुम्हीं मुकुट प्राप्त करोगे। फिर भी, एक सच्चाई है जिसे शायद तुम नहीं जानते हो: जब मनुष्य मसीह को देखता है तब उसका भ्रष्ट स्वभाव, विद्रोह और प्रतिरोध का खुलासा हो जाता है, और जिस विद्रोह और प्रतिरोध का खुलासा ऐसे अवसर पर होता है वह किसी अन्य समय की अपेक्षा कहीं ज़्यादा पूर्ण और निश्चित होता है। मसीह मनुष्य का पुत्र है और सामान्य मानवता रखता है जिस कारण मनुष्य न तो उसका सम्मान करता और न ही आदर करता है। चूँकि परमेश्वर देह में रहता है, इस कारण से मनुष्य का विद्रोह पूरी तरह और स्पष्ट रूप से प्रकाश में लाया जाता है। अतः मैं कहता हूँ कि मसीह के आगमन ने मानवजाति के सारे विद्रोह को खोज निकाला है और मानवजाति के स्वभाव को बहुत ही स्पष्ट रूप से दृश्यमान बना दिया है। इसे कहते हैं "लालच देकर एक बाघ को पहाड़ के नीचे ले आना" और "लालच देकर एक भेड़िए को गुफा से बाहर ले आना।" क्या तुम कह सकते हो कि तुम परमेश्वर के प्रति निष्ठावान हो? क्या तुम कह सकते हो कि तुम परमेश्वर के प्रति सम्पूर्ण आज्ञाकारिता दिखाते हो? क्या तुम कह सकते हैं कि तुम विद्रोही नहीं हो? कुछ लोग कहेंगेः जब भी परमेश्वर मुझे नई परिस्थिति में डालता है, मैं हमेशा आज्ञापालन करता हूँ और कभी शिकायत नहीं करता। इसके अतिरिक्त, मैं परमेश्वर के बारे में कोई धारणा नहीं बनाता हूँ। कुछ कहेंगेः परमेश्वर जो भी काम मुझे सौंपता है, मैं उसे अपनी पूरी योग्यता के साथ करता हूँ और कभी भी लापरवाही नहीं करता। तब मैं तुम लोगों से यह पूछता हूँ: क्या तुम सब मसीह के साथ रहते हुए उसके अनुरूप हो सकते हो? और कितने समय तक तुम सब उसके अनुरूप रहोगे? एक दिन? दो दिन? एक घण्टा? दो घण्टे? हो सकता है तुम्हारा विश्वास उसके अनुरूप हो, परन्तु तुम लोगों के पास अधिक दृढ़ता नहीं है। जब तुम सचमुच में मसीह के साथ रहोगे, तो तुम्हारा दंभ और अहंकार धीरे-धीरे तुम्हारे शब्दों और कार्यों के द्वारा प्रकट होने लगेगा, और इस प्रकार तुम्हारी अत्यधिक इच्छा, अवज्ञाकारी मानसिकता और असंतुष्टि स्वतः ही प्रकट हो जायेगी। आखिरकार, तुम्हारा अहंकार बहुत ज़्यादा बड़ा हो जाएगा, और जब कि तुम मसीह के वैसे ही विरोधी नहीं बन जाते जैसे जल और आग, और तब तुम्हारे स्वभाव का पूरी तरह से खुलासा हो जायेगा। उस समय, तुम्हारी धारणाएँ पर्दे में नहीं रह सकेंगी। तुम्हारी शिकायतें भी, अनायास ही प्रकट हो जाएँगी, और तुम्हारी नीच मानवता का भी पूरी तरह से खुलासा हो जाएगा। फिर भी, तुम लगातार अपने विद्रोहीपन से मुकरते हो। और तुम विश्वास करते हो कि ऐसे मसीह को स्वीकार करना आसान नहीं है और वह मनुष्य के प्रति बहुत अधिक कठोर है, लेकिन अगर वह कोई अधिक दयालु मसीह होता तो तुम पूरी तरह से उसे समर्पित हो जाते। तुम लोग विश्वास करते हो कि तुम्हारे विद्रोह का एक जायज़ कारण है, कि तुम सबने केवल तभी मसीह के विरूद्ध विद्रोह किया जब उसने तुम लोगों को हद से ज़्यादा मजबूर कर दिया। तुम सबने कभी यह एहसास नहीं किया है कि तुम लोग मसीह को परमेश्वर नहीं मानते, न ही तुम्हारे पास उसकी आज्ञा मानने की मंशा है। बल्कि, तुम ढिठाई से आग्रह करते हो कि मसीह तुम्हारे मन के अनुसार काम करे, और यदि वह एक भी कार्य ऐसा करे जो तुम्हारे मन के अनुकूल न तो तुम लोग मान लेते हो कि वह परमेश्वर नहीं मनुष्य है। क्या तुम लोगों में से बहुत से लोग ऐसे नहीं हैं जो उसके साथ इस तरह विवाद करते हैं? आख़िरकार तुम लोग किसमें विश्वास करते हो? और तुम लोग किस तरह से खोजते हो? तुम सब हमेशा मसीह को देखने की कामना करते हो, लेकिन मैं तुम सबसे गुहार लगाता हूँ कि तुम अपने आपको इस तरह ऊँचा न उठाओ; हर कोई मसीह को देख सकता है, परन्तु मैं यह कहता हूँ कि कोई मसीह को देखने के लायक नहीं है। क्योंकि मनुष्य का स्वभाव बुराई, अहंकार और विद्रोह से भरा हुआ है, इस समय तुम मसीह को देखोगे तो, तुम्हारा स्वभाव तुम्हें बर्बाद कर देगा और बेहद तिरस्कृत करेगा। किसी भाई (या बहन) के साथ तुम्हारी संगति शायद तुम्हारे बारे में बहुत कुछ न दिखाए, परन्तु जब तुम मसीह के साथ संगति करते हो तो यह इतना आसान नहीं होता। किसी भी समय, तुम्हारी धारणा जड़ पकड़ सकती है, तुम्हारा अहंकार फूटना शुरू कर सकता है, और तुम्हारे विद्रोह में फल लग सकते हैं। ऐसी मानवता के साथ तुम कैसे मसीह के साथ संगति के काबिल हो सकते हो? क्या तुम वास्तव में उसके साथ प्रत्येक दिन के प्रत्येक पल में परमेश्वर जैसा बर्ताव कर सकते हो? क्या तुम में सचमुच परमेश्वर के प्रति समर्पण की वास्तविकता होगी? तुम सब अपने हृदय में यहोवा के रूप में एक ऊँचे परमेश्वर की आराधना करते हो लेकिन दृश्यमान मसीह को मनुष्य समझते हो। तुम लोगों की समझ बहुत ही हीन है और तुम्हारी मानवता बहुत नीची है! तुम सब सदैव के लिए मसीह को परमेश्वर के रूप में मानने में असमर्थ हो; कभी-कभार ही, जब तुम्हारा मन होता है, तुम परमेश्वर को पकड़ते हो और उसकी आराधना करने लगते हो। इसीलिए मैं कहता हूँ कि तुम लोग परमेश्वर के विश्वासी नहीं हो, बल्कि तुम सभी उनके सहअपराधी हो जो मसीह के विरूद्ध लड़ते हैं। यहाँ तक कि वे मनुष्य भी जो दूसरों के प्रति हमदर्दी दिखाते हैं उन्हें भी प्रतिफल दिया जाता है, फिर भी मसीह, जो तुम्हारे बीच में ऐसा कार्य करता है, उसे मनुष्य के द्वारा प्रेम नहीं किया जाता है, न प्रतिफल दिया जाता है, न ही उसे मनुष्य का समर्पण प्राप्त होता है। क्या यह दिल दुखाने वाली बात नहीं है? ऐसा हो सकता है कि परमेश्वर में तुम्हारे इतने वर्षों के विश्वास में, तुमने कभी किसी को कोसा न हो और न ही कोई बुरा कार्य किया हो, फिर भी मसीह के साथ अपनी संगति में, तुम सच नहीं बोल सकते हो, सच्चाई से कार्य नहीं कर सकते, या मसीह के वचन का पालन नहीं कर सकते हो; तो मैं कहूँगा कि तुम संसार में सबसे अधिक कुटिल और कपटी हो। हो सकता है तुम अपने रिश्तेदारों, मित्रों, पत्नी (या पति), बेटों और बेटियों, और माता पिता के प्रति स्नेहपूर्ण और निष्ठावान हो, और कभी दूसरों का फायदा नहीं उठाया हो, लेकिन अगर तुम मसीह के अनुरूप नहीं हो और उसके साथ तुम्हारा सामंजस्य नहीं है, तो भले ही तुम अपने पड़ोसियों की सहायता के लिए अपना सब कुछ खपा दो या अपने पिता, माता और घरवालों की अच्छी देखभाल की हो, तब मैं कहूँगा कि तुम धूर्त हो, और साथ में चालाक भी हो। बस इसलिए कि तुम दूसरों के साथ अच्छा तालमेल बिठा लेते हो या कुछ अच्छे काम करते हो तो यह न सोचो कि तुम मसीह के अनुरूप हो। क्या तुम यह विश्वास करते हो कि तुम्हारी उदारता स्वर्ग की आशीषों को चुरा सकती है? क्या तुम सोचते हो कि थोड़े-से अच्छे काम कर लेना तुम्हारी आज्ञाकारिता का स्थान ले सकते हैं? तुम लोगों में से कोई भी निपटारा और छंटाई स्वीकार नहीं कर सकता, और सभी को मसीह की सरल मानवता को अंगीकार करने में कठिनाई होती है। फिर भी तुम सब परमेश्वर के प्रति आज्ञाकारिता का दावा करते हो। तुम सबका ऐसा विश्वास तुम्हारे ऊपर उचित प्रतिकार लेकर आएगा। काल्पनिक भ्रम में लिप्त होना और मसीह को देखने की चाहत करना बंद कर दो, क्योंकि तुम सभी कद में बहुत छोटे हो, इतने कि तुम लोग उसे देखने के योग्य भी नहीं हो। जब तुम पूरी तरह से अपने विद्रोह को मिटाकर मसीह के साथ साँमजस्य स्थापित कर पाते हो, तभी परमेश्वर स्वाभाविक रूप से तुम्हारे सामने प्रकट होगा। यदि तुम बिना छंटाई या न्याय से गुज़रे परमेश्वर को देखने जाते हो, तब तुम निश्चित तौर पर परमेश्वर के विरोधी बन जाओगे और विनाश तुम्हारी नियति बन जाएगा। मनुष्य का स्वभाव स्वाभाविक रूप से परमेश्वर के प्रति शत्रुतापूर्ण है, क्योंकि सभी मनुष्यों को शैतान के द्वारा पूरी तरह भ्रष्ट कर दिया गया है। यदि कोई भ्रष्ट मनुष्य अपनी भ्रष्ट के मध्य परमेश्वर के साथ संगति करने का प्रयास करे, तो उससे कोई अच्छी चीज़ नहीं उत्पन्न हो सकती; मनुष्य के सारे कार्य और वचन निश्चित तौर पर उसकी भ्रष्टता का खुलासा करेंगे; और जब वह परमेश्वर के साथ जुड़ेगा, तो उसका विद्रोह सभी पहलुओं में प्रकट होगा। मनुष्य अनजाने में मसीह का विरोध करता है, मसीह को धोखा देता है, और मसीह को अस्वीकार करता है; तब मनुष्य और भी ज़्यादा खतरनाक स्थिति में होगा। यदि यह जारी रहता है, तो वह दण्ड का भागी होगा। कुछ लोग यह मान सकते हैं कि यदि परमेश्वर के साथ साहचर्य इतना खतरनाक है, तो बुद्धिमानी होगी कि परमेश्वर से दूर ही रहा जाए। तब, ऐसे लोगों को क्या हासिल होगा? क्या वे परमेश्वर के प्रति निष्ठावान होंगे? वास्तव में, परमेश्वर के साथ संगति बहुत ही कठिन है, परन्तु यह पूरी तरह इसलिए है क्योंकि मनुष्य भ्रष्ट है, इसलिए नहीं कि परमेश्वर मनुष्य के साथ जुड़ नहीं सकता है। तुम लोगों के लिए यह सबसे अच्छा होगा कि तुम सब स्वयं को जानने की सच्चाई पर ज़्यादा प्रयास करो। तुम लोगों ने परमेश्वर की कृपा प्राप्त क्यों नहीं की है? तुम्हारा स्वभाव उसके लिए घिनौना क्यों है? तुम्हारे शब्द उसके अंदर जुगुप्ता क्यों उत्पन्न करते हैं? तुम लोग थोड़ी-सी निष्ठा दिखाते ही खुद ही अपनी तारीफ करने लगते हो और अपने छोटे से बलिदान के लिए प्रतिफल चाहते हो; जब तुम सब थोड़ी-सी आज्ञाकारिता दिखाते हो तो तुम लोग दूसरों को नीची दृष्टि से देखते हो, और कुछ छोटे छोटे-कार्यों को करके तुम लोग परमेश्वर का तिरस्कार करने लग जाते हो। तुम लोग परमेश्वर को स्वीकार करने के बदले धन-संपत्ति, भेंटों और प्रशंसा की अभिलाषा करते हो। एक या दो सिक्के देते हुए भी तुम्हारा हृदय दुखता है; जब तुम लोग दस सिक्के देते हो, तब तुम लोग आशीषों की और दूसरों से अलग दिखने की अभिलाषा करते हो। जैसी तुम्हारी मानवता है उसके बारे में तो बात करना और सुनना भी वास्तव में अपमानजनक है। तुम्हारे शब्दों और कार्यों के बारे में प्रशंसापूर्ण क्या है? वे जो अपने कर्तव्यों को निभाते हैं और वे जो नहीं निभाते; वे जो अगुवाई करते हैं और वे जो अनुसरण करते हैं; वे जो परमेश्वर को ग्रहण करते और वे जो नहीं करते हैं; वे जो दान देते हैं और वे जो नहीं देते; वे जो प्रचार करते हैं और वे जो वचन को ग्रहण करते हैं इत्यादि; इस प्रकार के सभी लोग अपनी ही तारीफ करते हैं। क्या तुम्हें यह हास्यास्पद नहीं लगता है? निश्चित रूप से तुम लोग जानते हो कि तुम सब परमेश्वर पर विश्वास करते हो, फिर भी तुम सभी परमेश्वर के अनुरूप नहीं हो सकते हो। अच्छी तरह से यह जानते हुए कि तुम सब बिल्कुल अयोग्य हो, फिर भी तुम लोग डींग मारते ही रहते हो। क्या तुम्हें महसूस नहीं होता है कि तुम्हारी समझ ऐसी हो गई है कि अब तुम्हारे पास और आत्म-संयम नहीं है? ऐसी समझ के साथ तुम लोग परमेश्वर के साथ संगति करने के काबिल कैसे हो सकते हो? अब क्या तुम लोग इस मकाम पर अपने लिए भयभीत नहीं हो? तुम्हारा स्वभाव पहले ही ऐसा हो गया है कि तुम लोग परमेश्वर के अनुरूप नहीं हो सकते हो। इस बात को देखते हुए, क्या तुम्हारा विश्वास हास्यास्पद नहीं है? क्या तुम्हारा विश्वास बेतुका नहीं है? तुम अपने भविष्य से कैसे निपटोगे? तुम उस मार्ग का चुनाव कैसे करोगे जिस पर तुम्हें चलना है?



2018-07-02

Hindi Gospel Movie clip "परमेश्वर में आस्था" (4) - क्या बाइबल में विश्वास करना प्रभु में विश्वास करने के समान है? (Hindi Dubbed)



Hindi Gospel Movie clip "परमेश्वर में आस्था" (4) - क्या बाइबल में विश्वास करना प्रभु में विश्वास करने के समान है? (Hindi Dubbed)


धार्मिक संसार में अधिकांश लोग यह मानते हैं कि बाइबल ईसाई धर्म की कसौटी है, व्यक्ति को बाइबल का पालन करना चाहिए तथा प्रभु में व्यक्ति के विश्वास का आधार पूरी तरह से बाइबल में होना चाहिए, और अगर कोई बाइबल से अलग होता है तो उसे विश्वासी नहीं समझा जाएगा। इसलिए क्या प्रभु में विश्वास रखना और बाइबल में विश्वास रखना एक ही बात है? बाइबल और प्रभु के बीच वास्तव में क्या संबंध है? एक बार प्रभु यीशु ने प्राचीन यहूदी समुदाय को इन शब्दों के बारे में फटकार लगाई थी, "तुम पवित्रशास्त्र में ढूँढ़ते हो, क्योंकि समझते हो कि उसमें अनन्त जीवन तुम्हें मिलता है; और यह वही है जो मेरी गवाही देता है; फिर भी तुम जीवन पाने के लिये मेरे पास आना नहीं चाहते।" (यूहन्ना 5 : 39-40) बाइबल मात्र परमेश्वर की गवाही है, परंतु इसमें अनन्त जीवन नहीं है। केवल परमेश्वर ही सत्य, मार्ग, और जीवन है। उस मामले में, हम बाइबल को किस नज़र से देखें कि वह प्रभु की इच्छा के अनुरूप हो?

2018-06-29

"परमेश्वर में आस्था" (3) - परमेश्वर के कार्य और प्रकटन धार्मिक समुदाय के लिए क्या लाते हैं?


Hindi Gospel Movie clip "परमेश्वर में आस्था" (3) - परमेश्वर के कार्य और प्रकटन धार्मिक समुदाय के लिए क्या लाते हैं? (Hindi Dubbed)


हर बार परमेश्वर देहधारी हो जाते हैं और अपना कार्य करने के लिए प्रकट होते हैं, शैतान की बुरी शक्तियाँ असभ्य तरीके से सत्य के मार्ग को नकारती हैं और उसकी निंदा करती है। इस प्रकार, आध्यात्मिक संसार में युद्ध उत्पन्न होता है जो धार्मिक संसार का बँटवारा करता है और उसे उजागर करता है। प्रभु यीशु ने कहा था, "यह न समझो कि मैं पृथ्वी पर मिलाप कराने आया हूँ; मैं मिलाप कराने नहीं, पर तलवार चलवाने आया हूँ" (मत्ती 10: 34)। जब प्रभु यीशु प्रकट हुए और अनुग्रह के युग में अपना कार्य किया, यहूदी धर्म अनेक धार्मिक समुदायों में बंट गया। अब अंत के दिनों में सर्वशक्तिमान परमेश्वर के प्रकटीकरण और कार्य करने से धार्मिक संसार बहुत बड़े खुलासे के अधीन है, गेंहू और जंगली दाने के पौधे, भेड़ और बकरियां, बुद्धिमान कुंवारियां और मूर्ख कुंवारियां, अच्छे सेवकों और बुरे सेवकों– सभी का, उनके अपने तरीके से खुलासा होगा। परमेश्वर की बुद्धि और चमत्कार वास्तव में अगाध हैं!

चमकती पूर्वी बिजली, सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया का सृजन सर्वशक्तिमान परमेश्वर के प्रकट होने और उनका काम, परमेश्वर यीशु के दूसरे आगमन, अंतिम दिनों के मसीह की वजह से किया गया था। यह उन सभी लोगों से बना है जो अंतिम दिनों में सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कार्य को स्वीकार करते हैं और उसके वचनों के द्वारा जीते और बचाए जाते हैं। यह पूरी तरह से सर्वशक्तिमान परमेश्वर द्वारा व्यक्तिगत रूप से स्थापित किया गया था और चरवाहे के रूप में उन्हीं के द्वारा नेतृत्व किया जाता है। इसे निश्चित रूप से किसी मानव द्वारा नहीं बनाया गया था। मसीह ही सत्य, मार्ग और जीवन है। परमेश्वर की भेड़ परमेश्वर की आवाज़ सुनती है। जब तक आप सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचनों को पढ़ते हैं, आप देखेंगे कि परमेश्वर प्रकट हो गए हैं।

2018-06-12

The Word of the Holy Spirit | सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कथन "क्या तुम परमेश्वर के एक सच्चे विश्वासी हो?" (Hindi)




The Word of the Holy Spirit | परमेश्वर के कथन "क्या तुम परमेश्वर के एक सच्चे विश्वासी हो?" (Hindi)



सर्वशक्तिमान परमेश्वर कहते हैं: "तुम लोग केवल स्वर्ग के अनदेखे परमेश्वर को चाहते हो और भय मानते हो और धरती पर जीते-जागते मसीह के लिए कोई सम्मान नहीं है। क्या यह भी तुम्हारा अविश्वास नहीं है? तुम सब केवल अतीत में कार्य करने वाले परमेश्वर के लिए लालायित रहते हो परन्तु आज के मसीह का सामना तक नहीं करते। ये हमेशा से "विश्वास" है जो तुम्हारे हृदय में घुलमिल जाता है, जो आज के मसीह पर विश्वास नहीं करता। मैं तुम्हारे महत्व को कम करके नहीं आंकता, क्योंकि तुम्हारे भीतर अत्यधिक अविश्वास है, तुम लोगों में बहुत ज्यादा अशुद्धि है और इसे काटकर अलग करना आवश्यक है। ये अशुद्धियां इस बात की निशानी है कि तुम सब में बिल्कुल भी विश्वास नहीं है; ये मसीह को तुम्हारे त्यागने के निशान हैं और मसीह के विश्वासघाती के तौर पर कलंक है। वे मसीह के विषय में तुम्हारे ज्ञान पर पूरी तरह से पर्दे की तरह हैं, मसीह के द्वारा प्राप्त किए जाने हेतु बाधा के समान हैं, मसीह के साथ सुसंगत होने के लिए एक रूकावट के समान हैं और यह सबूत है कि मसीह ने तुम्हें मान्यता नहीं दी है।"

2018-06-10

Hindi Christian Music Video | Yearning for God's Love | "मेरे प्रिय, इंतज़ार करो मेरा" (Korean Song)



Hindi Christian Music Video | Yearning for God's Love | "मेरे प्रिय, इंतज़ार करो मेरा" (Korean Song)


पेड़ों पर चढ़ रहा है ख़ामोश चाँद, मेरे उजले और सुंदर प्रिय की तरह। हे मेरे प्रिय, कहाँ हो तुम? आँसुओं में डूबी हूँ मैं, क्या सुन रहे हो मेरी पुकार? तुम्हीं से मिलता है प्यार मुझे, तुम्हीं से मिलती है देख-भाल मुझे। तुम्हीं सोचते हो मेरे बारे में, तुम्हीं संजोते हो जीवन मेरा। ओ चाँद, तुम जाओ आसमाँ के उस ओर, मत कराओ मेरे प्रिय को इंतज़ार और। कह दो उनसे याद आती मुझे उनकी। मत भूलना मेरा प्यार साथ ले जाना, साथ ले जाना।

2018-05-17

Hindi Gospel Movie Trailer | भक्ति का भेद | How Will Jesus Christ Come Back? (Hindi Dubbed)

Hindi Gospel Movie | भक्ति का भेद | How Will Jesus Christ Come Back? (Hindi Dubbed)


लिन बोएन चीन के गृह कलीसिया में एक एल्डर थे। एक विश्वासी के रूप में अपने सभी वर्षों के दौरान, प्रभु के लिए कष्ट उठाना अपना सौभाग्य समझते थे, और वे प्रभु यीशु मसीह के ज्ञान और सिद्धि को दुनिया की किसी भी अन्य चीज़ से ज़्यादा महत्व देते थे। एक सौभाग्यशाली दिन, वे धर्मोपदेश देने गए थे जब उन्हें कुछ हैरान करने वाले समाचार सुनाई दिए: प्रभु यीशु शरीर रूप में लौट आये हैं, और वे अंत के दिनों के मसीह -- सर्वशक्तिमान परमेश्वर हैं!

2018-05-08

भक्ति का भेद



Hindi Gospel Movie Trailer | भक्ति का भेद | How Will Jesus Christ Come Back? (Hindi Dubbed)


लिन बोएन चीन के गृह कलीसिया में एक एल्डर थे। एक विश्वासी के रूप में अपने सभी वर्षों के दौरान, प्रभु के लिए कष्ट उठाना अपना सौभाग्य समझते थे, और वे प्रभु यीशु मसीह के ज्ञान और सिद्धि को दुनिया की किसी भी अन्य चीज़ से ज़्यादा महत्व देते थे। एक सौभाग्यशाली दिन, वे धर्मोपदेश देने गए थे जब उन्हें कुछ हैरान करने वाले समाचार सुनाई दिए: प्रभु यीशु शरीर रूप में लौट आये हैं, और वे अंत के दिनों के मसीह -- सर्वशक्तिमान परमेश्वर हैं!

2018-05-07

New Hindi Christian Song 2018 | परमेश्वर के लिए गवाही देना मानव का कर्तव्य है

New Hindi Christian Song 2018 | परमेश्वर के लिए गवाही देना मानव का कर्तव्य है


परमेश्वर तुम लोगों को जीवन देता है;
ये एक उपहार है जिसे तुम उससे प्राप्त करते हो।
और इसलिए तुम्हारा कर्तव्य है कि तुम उसके लिए गवाही दो।
परमेश्वर देता है उसकी महिमा, उसका जीवन जो इस्राएलियों के पास नहीं था।

2018-04-25

सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कथन "क्या त्रित्व का अस्तित्व है? (भाग 2)




सर्वशक्तिमान परमेश्वरके कथन "क्या त्रित्व का अस्तित्व है? (भाग 2)


परमेश्वर को खंडित करता और उसे तीन व्यक्तियों में विभाजित करता है, प्रत्येक एक ओहदे और आत्मा के साथ है; तो कैसे वह अब भी एक आत्मा और एक परमेश्वर हो सकता है? मुझे बताओ, आकाश और पृथ्वी, और उसके भीतर की सारी चीज़ें क्या पिता, पुत्र या पवित्र आत्मा के द्वारा बनाई गई थीं? कुछ लोग कहते हैं कि उन्होंने यह सब एक साथ बनाया। फिर किसने मानवजाति को छुड़ाया? क्या यह पवित्र आत्मा था, पुत्र था या पिता? कुछ लोग कहते हैं कि वह पुत्र था जिसने मानवजाति को छुड़ाया था। फिर सार में पुत्र कौन है? क्या वह परमेश्वर के आत्मा का देहधारण नहीं है? एक सृजित आदमी के परिप्रेक्ष्य से देहधारी स्वर्ग में परमेश्वर को पिता के नाम से बुलाता है। क्या तुम नहीं जानते हो कि यीशुका जन्म पवित्र आत्मा के द्वारा गर्भधारण से हुआ था? उसके भीतर पवित्र आत्मा है ; तुम कुछ भी कहो, वह अभी भी स्वर्ग में परमेश्वर के साथ एकसार है, क्योंकि वह परमेश्वर के आत्मा का देहधारण है। पुत्र का यह विचार असत्य है। यह एक आत्मा है जो सभी काम करता है; केवल परमेश्वर स्वयं, अर्थात, परमेश्वर का आत्मा अपना काम करता है।"
अनुशंसित:सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कथन "क्या त्रित्व का अस्तित्व है?" (भाग 1) https://youtu.be/aEiXrTs-DB8
चमकती पूर्वी बिजली, सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया का सृजन सर्वशक्तिमान परमेश्वर के प्रकट होने और उनका काम, परमेश्वर यीशु के दूसरे आगमन, अंतिम दिनों के मसीह की वजह से किया गया था। यह उन सभी लोगों से बना है जो अंतिम दिनों में सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कार्य को स्वीकार करते हैं और उसके वचनों के द्वारा जीते और बचाए जाते हैं। यह पूरी तरह से सर्वशक्तिमान परमेश्वर द्वारा व्यक्तिगत रूप से स्थापित किया गया था और चरवाहे के रूप में उन्हीं के द्वारा नेतृत्व किया जाता है। इसे निश्चित रूप से किसी मानव द्वारा नहीं बनाया गया था। मसीह ही सत्य, मार्ग और जीवन है। परमेश्वर की भेड़ परमेश्वर की आवाज़ सुनती है। जब तक आप सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचनों को पढ़ते हैं, आप देखेंगे कि परमेश्वर प्रकट हो गए हैं।

2018-04-16

New Hindi Christian Official song 2018 | परमेश्वर के दो देहधारणों के मायने


New Hindi Christian Official song 2018 | परमेश्वर के दो देहधारणों के मायने

व्यवस्था युग के अंत के बाद, अनुग्रह के युग में, अपना उद्धार कार्य आरम्भ किया परमेश्वर ने। पहले देहधारण ने मानव को पाप से छुड़ाया यीशु मसीह के देह द्वारा। क्रूस से बचाया यीशु ने उसे पर, उसका शैतानी स्वभाव बना रहा। अंत के दिनों में, परमेश्वर मानवजाति को शुद्ध करने के लिए न्याय करता है। यह होने के बाद ही वो अंत करेगा अपना उद्धार कार्य और करेगा विश्राम, विश्राम।

2018-03-31

सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कथन "परमेश्वर मनुष्य के जीवन का स्रोत है"





सर्वशक्तिमान परमेश्वर कहते हैं "परमेश्वर के जीवन की महानता और सामर्थ्य किसी भी प्राणी के द्वारा मापी नहीं जा सकती। यह ऐसा ही है, ऐसा ही था और आने वाले समय में भी इसी प्रकार से रहेगा। और दूसरा रहस्य है: सभी प्राणियों के लिये परमेश्वर के द्वारा ही जीवन का स्रोत आता है, चाहे वह किसी भी रूप या स्वरूप में हो। तुम किसी भी प्रकार के प्राणी हो, तुम परमेश्वर के द्वारा निर्धारित जीवन के मार्ग को बदल नहीं सकते। किसी भी मामले में, मैं मनुष्य के लिए यही इच्छा करता हूं कि मनुष्य यह समझें कि बिना देखभाल, सुरक्षा और परमेश्वर के प्रावधान के, मनुष्य जो प्राप्त करने के लिए रचा गया है वह प्राप्त नहीं कर सकता, चाहे वह कितना भी अधिक प्रयास या संघर्ष कर ले। परमेश्वर की ओर से प्रदान किये गये जीवन के बिना, मनुष्य अपने जीवन के मूल्य और उद्देश्य को खो देता है।"
अनुशंसित:सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कथन "क्या तुम जानते हो? परमेश्वर ने मनुष्यों के बीच एक बहुत बड़ा काम किया है" https://youtu.be/c9AWov9lWiY
चमकती पूर्वी बिजली, सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया का सृजन सर्वशक्तिमान परमेश्वर के प्रकट होने और उनका काम, परमेश्वर यीशु के दूसरे आगमन, अंतिम दिनों के मसीह की वजह से किया गया था। यह उन सभी लोगों से बना है जो अंतिम दिनों में सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कार्य को स्वीकार करते हैं और उसके वचनों के द्वारा जीते और बचाए जाते हैं। यह पूरी तरह से सर्वशक्तिमान परमेश्वर द्वारा व्यक्तिगत रूप से स्थापित किया गया था और चरवाहे के रूप में उन्हीं के द्वारा नेतृत्व किया जाता है। इसे निश्चित रूप से किसी मानव द्वारा नहीं बनाया गया था। मसीह ही सत्य, मार्ग और जीवन है। परमेश्वर की भेड़ परमेश्वर की आवाज़ सुनती है। जब तक आप सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचनों को पढ़ते हैं, आप देखेंगे कि परमेश्वर प्रकट हो गए हैं।


2018-03-29

Hindi Gospel Movie "बाइबल और परमेश्वर"(5) - मसीह जीवन का स्रोत है और साथ ही साथ बाइबल का प्रभु भी है





बाइबल परमेश्वर के वचनों के साथ-साथ मनुष्य के अनुभवों और साक्ष्यों से परिपूर्ण है जो हमें जीवन प्रदान कर सकती है और हमारे लिए अत्यंत लाभदायक है। प्रभु यीशु ने कहा, “मैं ही पुनरुज्जीवन, और जीवन हूँ: जो कोई भी मुझमें विश्वास करता है, चाहे उसकी मृत्यु क्यों न हो जाएं, वह जीवित रहेगा। और जो कोई भी मुझमें जीता और विश्वास करता है, वह कभी नहीं मरता है।” (यूहन्ना11:25-26) . परन्तु 2,000 वर्ष बीत जाने के बाद भी, प्रभु में विश्वास रखने वाले जिन लोगों ने बाइबल को पढ़ा था, अभी तक शाश्वत जीवन को प्राप्त क्यों नहीं कर सके। क्या इसका कारण यह हो सकता था कि बाइबल शाश्वत जीवन प्राप्त करने का मार्ग नहीं है? क्या इसका कारण यह हो सकता है कि जब प्रभु यीशु ने छुटकारा देने का कार्य किया तो उन्होंने मानव-जाति को शाश्वत जीवन का वरदान नहीं दिया? शाश्वत जीवन प्राप्त करने के लिए हमें आखिर क्या करना चाहिए?


अनुशंसित:Hindi Gospel Movie | Is the Bible the Lord, or Is God? | "मेरा प्रभु कौन है?"

चमकती पूर्वी बिजली, सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया का सृजन सर्वशक्तिमान परमेश्वर के प्रकट होने और उनका काम, परमेश्वर यीशु के दूसरे आगमन, अंतिम दिनों के मसीह की वजह से किया गया था। यह उन सभी लोगों से बना है जो अंतिम दिनों में सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कार्य को स्वीकार करते हैं और उसके वचनों के द्वारा जीते और बचाए जाते हैं। यह पूरी तरह से सर्वशक्तिमान परमेश्वर द्वारा व्यक्तिगत रूप से स्थापित किया गया था और चरवाहे के रूप में उन्हीं के द्वारा नेतृत्व किया जाता है। इसे निश्चित रूप से किसी मानव द्वारा नहीं बनाया गया था। मसीह ही सत्य, मार्ग और जीवन है। परमेश्वर की भेड़ परमेश्वर की आवाज़ सुनती है। जब तक आप सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचनों को पढ़ते हैं, आप देखेंगे कि परमेश्वर प्रकट हो गए हैं।