बाइबल परमेश्वर के वचनों के साथ-साथ मनुष्य के अनुभवों और साक्ष्यों से परिपूर्ण है जो हमें जीवन प्रदान कर सकती है और हमारे लिए अत्यंत लाभदायक है। प्रभु यीशु ने कहा, “मैं ही पुनरुज्जीवन, और जीवन हूँ: जो कोई भी मुझमें विश्वास करता है, चाहे उसकी मृत्यु क्यों न हो जाएं, वह जीवित रहेगा। और जो कोई भी मुझमें जीता और विश्वास करता है, वह कभी नहीं मरता है।” (यूहन्ना11:25-26) . परन्तु 2,000 वर्ष बीत जाने के बाद भी, प्रभु में विश्वास रखने वाले जिन लोगों ने बाइबल को पढ़ा था, अभी तक शाश्वत जीवन को प्राप्त क्यों नहीं कर सके। क्या इसका कारण यह हो सकता था कि बाइबल शाश्वत जीवन प्राप्त करने का मार्ग नहीं है? क्या इसका कारण यह हो सकता है कि जब प्रभु यीशु ने छुटकारा देने का कार्य किया तो उन्होंने मानव-जाति को शाश्वत जीवन का वरदान नहीं दिया? शाश्वत जीवन प्राप्त करने के लिए हमें आखिर क्या करना चाहिए?
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चमकती पूर्वी बिजली, सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया का सृजन सर्वशक्तिमान परमेश्वर के प्रकट होने और उनका काम, परमेश्वर यीशु के दूसरे आगमन, अंतिम दिनों के मसीह की वजह से किया गया था। यह उन सभी लोगों से बना है जो अंतिम दिनों में सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कार्य को स्वीकार करते हैं और उसके वचनों के द्वारा जीते और बचाए जाते हैं। यह पूरी तरह से सर्वशक्तिमान परमेश्वर द्वारा व्यक्तिगत रूप से स्थापित किया गया था और चरवाहे के रूप में उन्हीं के द्वारा नेतृत्व किया जाता है। इसे निश्चित रूप से किसी मानव द्वारा नहीं बनाया गया था। मसीह ही सत्य, मार्ग और जीवन है। परमेश्वर की भेड़ परमेश्वर की आवाज़ सुनती है। जब तक आप सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचनों को पढ़ते हैं, आप देखेंगे कि परमेश्वर प्रकट हो गए हैं।
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