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2018-11-19

अध्याय 81



ओह, यह बुरा और व्याभिचारी पुराना युग! मैं तुझे निगल जाउँगा! सिय्योन पर्वत! मेरा अभिवादन करने के लिए उठ! मेरी प्रबंधन योजना के समापन के कारण, मेरे महान कार्य के सफल निष्पादन के कारण, कौन है जो उठकर जयजयकार नहीं करने का साहस करता है! कौन है जो ख़ुशी से लगातार नहीं उछलने-कूदने का साहस करता है! वे मेरे हाथों मारे जाएँगे। मैं करुणा या प्यार-भरी दया के बिना, और निष्पक्ष रूप से, सभी पर धार्मिकता कार्यान्वित करता हूँ।

2018-11-05

कार्य और प्रवेश (1)

कार्य और प्रवेश (1)

जब से लोगों ने जीवन के सही मार्ग पर चलना शुरू किया, ऐसी कई चीजें हैं जिनके बारे में वे अस्पष्ट रहेहैं। वे परमेश्वर के कार्य के विषय में तथा उन्हें कितना कार्य करना चाहिए,इस विषय में पूर्ण रीति से भ्रम में हैं। एक ओर, यह उनके अनुभव की कमी के कारण और उनकी ग्रहण करने की क्षमता सीमित होने के कारण है; दूसरी ओर, यह इसलिए है कि परमेश्वर के कार्य ने लोगों को अभी तक इस अवस्था में नहीं पहुँचाया है। इसलिए, हर कोई अधिकांश आत्मिक विषयों के बारे में अस्पष्ट है। न केवल तुम लोग इस बारे में अस्पष्ट हो कि तुम्हें किस में प्रवेश करना चाहिए; बल्कि तुम लोग परमेश्वर के कार्य के बारे में भी अनजान हो।

2018-10-29

परमेश्वर के प्रकटन को उनके न्याय और ताड़ना में देखना

परमेश्वर के प्रकटन को उनके न्याय और ताड़ना में देखना

प्रभु यीशु मसीह के करोड़ों अनुयायियों के समान हम बाइबल की व्यवस्थाओं और आज्ञाओं का पालन करते हैं, प्रभु यीशु मसीह के विपुल अनुग्रह का आनंद लेते हैं, और प्रभु यीशु मसीह के नाम पर एक साथ इकट्ठे होते हैं, प्रार्थना, प्रशंसा और सेवा करते हैं—और यह सब हम प्रभु की देखभाल और सुरक्षा के अधीन करते हैं। हम कई बार निर्बल, और कई बार बलवान होते हैं।

2018-10-28

एक बहुत गंभीर समस्या: विश्वासघात (1)

एक बहुत गंभीर समस्या: विश्वासघात (1)

मेरा कार्य पूरा होने ही वाला है। कई वर्ष जो हमने एक साथ बिताए हैं वे अतीत की असहनीय यादें बन गए हैं। मैंने अपने वचनों को दोहराना जारी रखा है और अपने नये कार्य में प्रगति करने से मैं नहीं रुका हूँ। निस्संदेह, मैं जो कार्य करता हूँ उसके प्रत्येक अंश में मेरी सलाह एक आवश्यक घटक है।

2018-10-27

अध्याय 66


मेरा कार्य वर्तमान चरण तक जारी रहा है और इसने मेरे हाथों की बुद्धिमान व्यवस्था का अनुसरण किया है, और साथ ही यह मेरी बड़ी सफलता भी है। मनुष्य के बीच ऐसा कौन है जो ऐसी किसी चीज़ को कर सकता है? और बल्कि इसके बजाय क्या वे मेरे प्रबंधन को बाधित नहीं करते हैं? लेकिन तुझे पता होना चाहिए कि ऐसा कोई तरीका नहीं है कि कोई मेरे कार्य को मेरी जगह कर सके, उसमें बाधा डालना तो दूर की बात है, क्योंकि ऐसा कोई नहीं है जो वह कह सके जो मैं कहता हूँ, जो वह कर सके जो मैं करता हूँ।

2018-10-24

अध्याय 28

अध्याय 28

तुम देखोगे कि समय बहुत कम है और पवित्र आत्मा का काम तेज़ी से आगे बढ़ रहा है, जिससे तुम्हेंऐसे महान आशीष प्राप्त होते हैं, ब्रह्मांड के राजा, चमकते सूर्य, राज्य के राजा, सर्वशक्तिमान परमेश्वर, का स्वागत करने का अवसर तुम्हें मिलता है—यह सब मेरी अनुग्रह और दया है। ऐसा क्या हो सकता है जो तुम्हें मेरे प्यार से दूर कर सके? सावधानी से विचार करो, भागने की कोशिश न करो, हर पल मेरे सामने शांति से प्रतीक्षा करो और हमेशा बाहर घूमा न करो।

2018-10-23

अध्याय 1

अध्याय 1

सिय्योन तक स्तुतियाँ पहुँची हैं और परमेश्वर का निवास स्थान प्रकट हुआ है। महिमावान पवित्र नाम की सभी लोगों द्वारा स्तुति की जाती है, और यह फैल रहा है। आह, सर्वशक्तिमान परमेश्वर! ब्रह्मांड का मुखिया, अंत के दिनों का मसीह—वह जगमगाता सूर्य है, और पूरे ब्रह्मांड में प्रतापी और शानदार पर्वत सिय्योन पर उदित हुआ है ...

2018-10-18

प्रस्तावना

अनुग्रह, परमेश्वर, पवित्र आत्मा, यीशु, सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचन
प्रस्तावना

यद्यपि बहुत से लोग परमेश्वर पर विश्वास करते हैं, किंतु बहुत कम लोग समझते हैं कि परमेश्वर पर विश्वास करने का अर्थ क्या है, और परमेश्वर के मन के अनुरूप बनने के लिये उन्हें क्या करना चाहिए। ऐसा इसलिए है क्योंकि यद्यपि लोग "परमेश्वर" शब्द और "परमेश्वर का कार्य" जैसे वाक्यांश से परिचित हैं, किंतु वे परमेश्वर को नहीं जानते हैं, और उससे भी कम वे उसके कार्य को जानते हैं। इसमें कोई आश्चर्य नहीं कि तब वे सभी जो परमेश्वर को नहीं जानते हैं, वे दुविधायुक्त विश्वास रखते हैं।

2018-04-25

सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कथन "क्या त्रित्व का अस्तित्व है? (भाग 2)




सर्वशक्तिमान परमेश्वरके कथन "क्या त्रित्व का अस्तित्व है? (भाग 2)


परमेश्वर को खंडित करता और उसे तीन व्यक्तियों में विभाजित करता है, प्रत्येक एक ओहदे और आत्मा के साथ है; तो कैसे वह अब भी एक आत्मा और एक परमेश्वर हो सकता है? मुझे बताओ, आकाश और पृथ्वी, और उसके भीतर की सारी चीज़ें क्या पिता, पुत्र या पवित्र आत्मा के द्वारा बनाई गई थीं? कुछ लोग कहते हैं कि उन्होंने यह सब एक साथ बनाया। फिर किसने मानवजाति को छुड़ाया? क्या यह पवित्र आत्मा था, पुत्र था या पिता? कुछ लोग कहते हैं कि वह पुत्र था जिसने मानवजाति को छुड़ाया था। फिर सार में पुत्र कौन है? क्या वह परमेश्वर के आत्मा का देहधारण नहीं है? एक सृजित आदमी के परिप्रेक्ष्य से देहधारी स्वर्ग में परमेश्वर को पिता के नाम से बुलाता है। क्या तुम नहीं जानते हो कि यीशुका जन्म पवित्र आत्मा के द्वारा गर्भधारण से हुआ था? उसके भीतर पवित्र आत्मा है ; तुम कुछ भी कहो, वह अभी भी स्वर्ग में परमेश्वर के साथ एकसार है, क्योंकि वह परमेश्वर के आत्मा का देहधारण है। पुत्र का यह विचार असत्य है। यह एक आत्मा है जो सभी काम करता है; केवल परमेश्वर स्वयं, अर्थात, परमेश्वर का आत्मा अपना काम करता है।"
अनुशंसित:सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कथन "क्या त्रित्व का अस्तित्व है?" (भाग 1) https://youtu.be/aEiXrTs-DB8
चमकती पूर्वी बिजली, सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया का सृजन सर्वशक्तिमान परमेश्वर के प्रकट होने और उनका काम, परमेश्वर यीशु के दूसरे आगमन, अंतिम दिनों के मसीह की वजह से किया गया था। यह उन सभी लोगों से बना है जो अंतिम दिनों में सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कार्य को स्वीकार करते हैं और उसके वचनों के द्वारा जीते और बचाए जाते हैं। यह पूरी तरह से सर्वशक्तिमान परमेश्वर द्वारा व्यक्तिगत रूप से स्थापित किया गया था और चरवाहे के रूप में उन्हीं के द्वारा नेतृत्व किया जाता है। इसे निश्चित रूप से किसी मानव द्वारा नहीं बनाया गया था। मसीह ही सत्य, मार्ग और जीवन है। परमेश्वर की भेड़ परमेश्वर की आवाज़ सुनती है। जब तक आप सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचनों को पढ़ते हैं, आप देखेंगे कि परमेश्वर प्रकट हो गए हैं।