परमेश्वर के आत्मा का हर एक चीज़ पर अधिकार है।
उसके देह में, परमेश्वर का सार है, उसका भी वही अधिकार है।
देह में रहकर भी प्रभु, काम कर सकता बहुत है।
वो पिता की ख़्वाहिशें करता पूरी।
परमेश्वर आत्मा है, वो बचा सकता है इंसानियत को,
ऐसा देह में परमेश्वर भी कर सकता है।
अपने कामों को प्रभु करता है ख़ुद।
कोई भी इंसान ना ऐसा सोच सकता है, ना हासिल कर सकता है।
परमेश्वर के पास सब अधिकार है, मगर उसका देह कर सकता है इसको समर्पित।
मसीह मानता है इच्छा अपने पिता की” है यही इसके असली मायने।
परमेश्वर आत्मा है, वो बचा सकता है इंसानियत को,
ऐसा देह में परमेश्वर भी कर सकता है।
अपने कामों को प्रभु करता है ख़ुद।
अपने ही कामों से प्रभु का भेद ना टकराव है।
आत्मा का काम और देह का काम है एक समान।
एक ही है दोनों की मंज़िल, एक ही बस काम है।
है स्वरूप बिल्कुल जुदा, पर एक उनका सार है।
दोनों में परमेश्वर का सार और पहचान है।
परमेश्वर आत्मा है, वो बचा सकता है इंसानियत को।
अपने कामों को प्रभु करता है ख़ुद।
परमेश्वर आत्मा है, वो बचा सकता है इंसानियत को।
अपने कामों को प्रभु करता है ख़ुद।
"वचन देह में प्रकट होता है" से
चमकती पूर्वी बिजली, सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया का सृजन सर्वशक्तिमान परमेश्वर के प्रकट होने और उनका काम, परमेश्वर यीशु के दूसरे आगमन, अंतिम दिनों के मसीह की वजह से किया गया था। यह उन सभी लोगों से बना है जो अंतिम दिनों में सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कार्य को स्वीकार करते हैं और उसके वचनों के द्वारा जीते और बचाए जाते हैं। यह पूरी तरह से सर्वशक्तिमान परमेश्वर द्वारा व्यक्तिगत रूप से स्थापित किया गया था और चरवाहे के रूप में उन्हीं के द्वारा नेतृत्व किया जाता है। इसे निश्चित रूप से किसी मानव द्वारा नहीं बनाया गया था। मसीह ही सत्य, मार्ग और जीवन है। परमेश्वर की भेड़ परमेश्वर की आवाज़ सुनती है। जब तक आप सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचनों को पढ़ते हैं, आप देखेंगे कि परमेश्वर प्रकट हो गए हैं।
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