मानवता की विनयशीलता को बढ़ावा देना, परमेश्वर के न्याय का उद्देश्य है;
मानव का रूपांतरण करना, परमेश्वर की ताड़ना का उद्देश्य है।
परमेश्वर का काम अपने प्रबंधन के लिये है मगर,
परमेश्वर चाहता है, इस्राएल के परे की धरती,
कुछ भी ऐसा नहीं है जो इंसान के हित में ना हो।
इस्राएलवासियों की तरह आदेश माने,
ये परमेश्वर का प्रबंधन है, ये परमेश्वर का प्रबंधन है।
बना सके उन्हें सच्चे मानव,
ताकि इस्राएल के परे की धरती पर, पांव परमेश्वर के जम जाएं।
अन्यजातियों की धरती पर, ये उसका काम है।
हैं बहुत से लोग जो आज, परमेश्वर के प्रबंधन से अंजान हैं।
क्योंकि उनकी चिंताएं, उनकी इच्छाएं, अपने भविष्य पर एकाग्र हैं।
चाहे कुछ भी बोले परमेश्वर,
इंसान तो बस सोचता है कल की धरती के विषय में।
वो ना तो उसको, और ना ही उसके काम को खोजते हैं।
गर यही चलता रहा, तो कैसे परमेश्वर का काम फैलेगा?
इंसान तो बस सोचता है कल की धरती के विषय में।
कैसे दुनिया में सुसमाचार फैलेगा?
जिस तरह यहोवा ने इस्राएल पर किया,
जान लो, जब परमेश्वर का काम फैलेगा,
तुम सब दूर-दूर तक बिखर जाओगे।
उसी तरह परमेश्वर तुम लोगों पर प्रहार करेगा,
जवां हो या बुज़ुर्ग हो, सभी में परमेश्वर का नाम फैलेगा,
धरती पर सुसमाचार फैलेगा,
परमेश्वर का काम अन्यजातियों की धरती पर फैलेगा।
सभी जनजातियों के मुख से परमेश्वर का जय जयकार निकलेगा।
उसे सर्वशक्तिमान पुकारेंगी,
आख़िरी वक्त में, अंतिम युग में,
अन्यजाति के देशों में परमेश्वर का नाम गूंजेगा।
अन्यजातियां देखकर परमेश्वर के काम को,
और उसके वचन सत्य होंगे एक दिन।
दिखा देगा हर इंसान को, वो हर रचना का परमेश्वर है।
परमेश्वर लोगों को ये एहसास करा देगा,
वो महज़ इस्राएलियों का परमेश्वर नहीं है,
वो अन्यजाति के देशों का भी परमेश्वर है,
और उनका भी जिन्हें उसने शापित किया है।
यही है काम जो अंतिम दिनों में वो करेगा,
यही सबसे बड़ा है काम परमेश्वर का,
यही मकसद है उसके आख़िरी दिनों के काम का,
यही है काम जो अंतिम दिनों में वो करेगा,
यही है काम जो अंतिम दिनों में वो करेगा, यही है काम जो अंतिम दिनों में वो करेगा।
"वचन देह में प्रकट होता है" से
चमकती पूर्वी बिजली, सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया का सृजन सर्वशक्तिमान परमेश्वर के प्रकट होने और उनका काम, परमेश्वर यीशु के दूसरे आगमन, अंतिम दिनों के मसीह की वजह से किया गया था। यह उन सभी लोगों से बना है जो अंतिम दिनों में सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कार्य को स्वीकार करते हैं और उसके वचनों के द्वारा जीते और बचाए जाते हैं। यह पूरी तरह से सर्वशक्तिमान परमेश्वर द्वारा व्यक्तिगत रूप से स्थापित किया गया था और चरवाहे के रूप में उन्हीं के द्वारा नेतृत्व किया जाता है। इसे निश्चित रूप से किसी मानव द्वारा नहीं बनाया गया था। मसीह ही सत्य, मार्ग और जीवन है। परमेश्वर की भेड़ परमेश्वर की आवाज़ सुनती है। जब तक आप सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचनों को पढ़ते हैं, आप देखेंगे कि परमेश्वर प्रकट हो गए हैं।
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