मैं रखूँगा दिल में तुझे, हमेशा के लिए
तू मेरे साथ है, हर एक मौसम में।
देख तेरा तनहा ये रुख, दिल में उठता है ग़मों का सैलाब।
मैंने बांटा कभी ना ग़म तेरा, और न जाना तेरी तन्हाई।
सुनकर भी तेरी गुज़ारिश हर बार, मैं हूँ ज़िद से भरा।
सदा दुखाता हूँ दिल, और करता हूँ नाउम्मीद।
देख तेरा तनहा ये रुख, दिल में उठता है ग़मों का सैलाब।
मैंने बांटा कभी ना ग़म तेरा, और न जाना तेरी तन्हाई।
सुनकर भी तेरी गुज़ारिश हर बार, मैं हूँ ज़िद से भरा।
सदा दुखाता हूँ दिल, और करता हूँ नाउम्मीद।