राज्य के युग में, वचन सब पूर्ण करते हैं
युगों-युगों से इस तरह बस, आज का परमेश्वर कहता है,
काम करता बचाता मानव को है।
है मानव रहनुमाई में वचन की,
वचन ही राह दिखलाता, वचन पोषण भी करता है।
वचन की दुनिया में इंसान रहता है,
परमेश्वर के वचन के शाप और आशीष में इंसान रहता है।
इन्हीं वचनों से, कितने, न्याय और ताड़ना पाते हैं।
हो..... वचन और काम से इंसान बचता है,
परमेश्वर की इच्छा फलती है,
पुराना जग बदलता है।
परमेश्वर ने वचन से दुनिया बनाई, और अगुवाई करता है,
वचन से जीतता है और उनको बचाता है।
और समय की पूर्णता में,
पुरानी दुनिया का अपने वचन से अंत कर देगा।
यही है आख़िरी मंज़िल, परमेश्वर की पूरी योजना की।
यही है आख़िरी मंज़िल, परमेश्वर की पूरी योजना की।
"वचन देह में प्रकट होता है" से
चमकती पूर्वी बिजली, सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया का सृजन सर्वशक्तिमान परमेश्वर के प्रकट होने और उनका काम, परमेश्वर यीशु के दूसरे आगमन, अंतिम दिनों के मसीह की वजह से किया गया था। यह उन सभी लोगों से बना है जो अंतिम दिनों में सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कार्य को स्वीकार करते हैं और उसके वचनों के द्वारा जीते और बचाए जाते हैं। यह पूरी तरह से सर्वशक्तिमान परमेश्वर द्वारा व्यक्तिगत रूप से स्थापित किया गया था और चरवाहे के रूप में उन्हीं के द्वारा नेतृत्व किया जाता है। इसे निश्चित रूप से किसी मानव द्वारा नहीं बनाया गया था। मसीह ही सत्य, मार्ग और जीवन है। परमेश्वर की भेड़ परमेश्वर की आवाज़ सुनती है। जब तक आप सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचनों को पढ़ते हैं, आप देखेंगे कि परमेश्वर प्रकट हो गए हैं।
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