मैंने ब्रह्मांड की दुनिया बनाई; मैंने पर्वतों, नदियों और सभी चीज़ों को बनाया; मैंने ब्रह्मांड के बिल्कुल अंतिम सिरों को आकार दिया; मैंने अपने पुत्रों और अपने लोगों की अगुआई की; मैंने सभी चीजों और पदार्थों पर शासन किया। अब, मैं अपने ज्येष्ठ पुत्रों को वापस सिय्योन पर्वत पर ले जाऊँगा, जहाँ मैं रहता हूँ वहाँ लौटने के लिए, जो मेरे कार्य का अंतिम कदम होगा। मैंने जो कुछ भी किया है (सृजन से अब तक किया गया सब कुछ) मेरे कार्य के आज के चरण के लिए था, और इसके अलावा यह कल के शासन, कल के राज्य के लिए, और मेरे और मेरे ज्येष्ठ पुत्रों के अनन्त आनंद लेने के लिए है। सभी चीज़ों का सृजन करने में यही मेरा लक्ष्य रहा है और यह सृजन की मेरी अंतिम उपलब्धि होगी। मैं जो कहता हूँ और करता हूँ उसके पीछे उद्देश्य होता है; हर चीज़ की एक योजना होती है और यह बेतरतीबी से नहीं किया जाता है।
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2019-09-05
2019-08-31
अध्याय 113
मेरे द्वारा किए गए हर कार्य के भीतर मेरी बुद्धि समाविष्ट होती है, किन्तु मनुष्य इसकी बिल्कुल भी थाह नहीं पा सकता है; मनुष्य केवल मेरे कार्यकलापों और मेरे वचनों को देख सकता है, किन्तु मेरी महिमा, या मेरे व्यक्तित्व के प्रकटन को नहीं देख सकता है, क्योंकि मनुष्य में ये क्षमता है ही नहीं। इसलिए, मनुष्य के नहीं बदलने की परिस्थितियों में, मेरे ज्येष्ठ पुत्र और मैं सिय्योन लौट जायेंगे और रूप बदल लेंगे, ताकि मनुष्य मेरी बुद्धि और मेरी सर्वशक्तिमत्ता को देख सके। मेरी बुद्धि और मेरी सर्वशक्तिमत्ता जो मनुष्य अब देखता है वे मेरी महिमा का केवल एक छोटा सा अंश हैं, और उल्लेख करने योग्य बिल्कुल भी नहीं हैं। वहाँ से दिखायी गई, मेरी बुद्धि और मेरी महिमा अनंत और असीमित रूप से गहन हैं, और मनुष्य के मन के पास इसे विचारने या समझने काबस कोई तरीका नहीं है। राज्य का निर्माण करना मेरे ज्येष्ठ पुत्रों का कर्तव्य है, और यह मेरा भी कार्य है, अर्थात् यह मेरी प्रबंधन योजना की एक मद है। राज्य का निर्माण कलीसिया के निर्माण के समान नहीं है; क्योंकि मेरे ज्येष्ठ पुत्र और मैं मेरे व्यक्तित्व और राज्य हैं, तो जब मैं और मेरे ज्येष्ठ पुत्र सिय्योन पर्वत में प्रवेश करेंगे, तो राज्य का निर्माण प्राप्त किया जाएगा। दूसरे तरीके से कहें तो, राज्य का निर्माण कार्य का एक कदम है: आध्यात्मिक दुनिया में प्रवेश करने का कदम।
2019-08-20
अध्याय 112
परमेश्वर का वचन-अध्याय 112
"वचन और वास्तविकता साथ-साथ आगे बढ़ते हैं" यह मेरे धार्मिक स्वभाव का हिस्सा है और, इन वचनों से, मैं निश्चित रूप से हर एक को मेरे समस्त स्वभाव को देखने दूँगा। लोगों को लगता है कि इसे प्राप्त नहीं किया जा सकता है, किन्तु मेरे लिए यह आसान और सुखद है, और इसमें कोई प्रयास नहीं लगता है। जब मेरे वचन बाहर निकलते हैं तो वहाँ तुरंत एक वास्तविकता हो जाती है जिसे हर कोई देख सकता है। यह मेरा स्वभाव है। चूँकि मैं कुछ कहता हूँ, तो यह आवश्यक रूप से पूर्ण होता है, अन्यथा मैं नहीं बोलता। मानवीय धारणा में "उद्धार" शब्द सभी लोगों के लिए बोला जाता है, किन्तु यह मेरे इरादे से मेल नहीं खाता है। अतीत में मैंने कहा था, "मैं सदैव उन लोगों को बचाता हूँ जो अज्ञानी हैं और जो उत्साही जिज्ञासु हैं," जिसमें "बचाना" शब्द उन लोगों के बारे में बोला गया था जो मेरे लिए सेवा प्रदान करते हैं, और इसका मतलब था कि मैं इस तरह के सेवा करने वालों के साथ विशेष व्यवहार करूँगा
2019-07-27
अध्याय 111
परमेश्वर का वचन-अध्याय 111
तेरी वजह से सभी राष्ट्र धन्य हो जाएँगे; तेरी वजह से सभी लोग मेरी जयजयकार और स्तुति करेंगे। मेरा राज्य संपन्न और विकसित होगा, और सदैव के लिए रहेगा। किसी को भी इसे कुचलने नहीं दिया जाएगा और किसी भी ऐसी चीज़ को अस्तित्व में नहीं रहने दिया जाएगा जो मेरे अनुरूप नहीं है, क्योंकि मैं स्वयं प्रतापी परमेश्वर हूँ जिसका अपमान नहीं किया जा सकता। मैं किसी को भी अपनी आलोचना नहीं करने देता हूँ और मैं किसी को भी अपने साथ असंगत नहीं होने देता हूँ। मेरा स्वभाव और मेरा प्रताप दिखाने के लिए यह पर्याप्त है। जब कोई मेरा विरोध करता है, तो मैं उसे अपने स्वयं के समय में दंड दूँगा। किसी ने मुझे किसी को दंडित करते हुए क्यों नहीं देखा है? ऐसा केवल इसलिए है क्योंकि मेरा समय अभी तक नहीं आया है और मेरे हाथ ने अभी तक वास्तव में कार्य नहीं किया है। यद्यपि बड़ी आपदाएँ उँड़ेली गई हैं, लेकिन यह सिर्फ बड़ी आपदाओं के बारे में बताता है, जबकि बड़ी आपदाओं की वास्तविकता किसी भी व्यक्ति पर नहीं पड़ी है। क्या तुम लोगों को मेरे वचनों से कुछ भी समझ में आया है? मैं आज बड़ी आपदाओं की वास्तविकता को जारी करना शुरू कर दूँगा।
2019-07-23
अध्याय 110
परमेश्वर का वचन-अध्याय 110
जब सब कुछ प्रकट हो जाएगा तभी वह समय होगा कि मैं आराम करूँगा, और इससे भी अधिक, यह वह समय होगा जब सब कुछ व्यवस्थित हो जाएगा। मैं व्यक्तिगत रूप से अपना कार्य करता हूँ; मैं हर चीज़ को आयोजित करता हूँ और सब कुछ स्वयं व्यवस्थित करता हूँ। जब मैं सिय्योन से बाहर निकलता हूँ और जब मैं लौटता हूँ, जब मेरे ज्येष्ठ पुत्र मेरे द्वारा पूर्ण बना दिए जाएँगे, तो मैंने अपना महान कार्य पूरा कर लिया होगा। लोगों की अवधारणाओं में कोई चीज़ जो की जाती है वहदेखे और स्पर्श किए जाने योग्य अवश्य होनी चाहिए, किन्तु जिस तरह से मैं इसे देखता हूँ, जिस समय मैं अपनी योजना बनाता हूँ, तभी सब कुछ पूरा हो जाता है। सिय्योन वह जगह है जहाँ मैं रहता हूँ और यह मेरा गंतव्य है; यहीं पर मैं अपनी सर्वशक्तिमत्ता को प्रकट करता हूँ, और यहीं पर मेरे ज्येष्ठ पुत्र और मैं अपनी पारिवारिक खुशी को साझा करेंगे।
2019-07-20
अध्याय 109
परमेश्वर का वचन-अध्याय 109
मैं हर दिन कथनों को कह रहा हूँ, हर दिन बोल रहा हूँ, और हर दिन अपने महान संकेतों और चमत्कारों को प्रकट कर रहा हूँ। ये सभी मेरे आत्मा के कार्य हैं। लोगों की नज़रों में मैं मात्र एक मनुष्य हूँ, लेकिन वास्तव में इसी मनुष्य में मैं अपना सर्वस्व और अपनी महान सामर्थ्य को प्रकट करता हूँ।
क्योंकि लोग मैं जो मनुष्य हूँ उसे अनदेखा करते हैं और मेरे कार्यों को अनदेखा करते हैं, और वे सोचते हैं कि ये चीज़ें मनुष्यों के द्वारा की गई हैं। लेकिन तू ऐसा क्यों नहीं सोचता है कि: क्या लोग वह सम्पन्न कर सकते हैं जो मैं करता हूँ? लोग मुझे इस हद तक नहीं जानते हैं, उन्हें मेरे वचन समझ में नहीं आते हैं, और मेरे कर्म समझ में नहीं आते हैं। दुष्ट, भ्रष्ट मनुष्य!
2019-07-09
अध्याय 107
परमेश्वर का वचन-अध्याय 107
जब मेरे वचन एक निश्चित अंश तक गंभीर होते हैं, तो अधिकांश लोग मेरे वचनों की वजह से पीछे हट जाते हैं। ठीक इसी समय मेरे ज्येष्ठ पुत्रों को प्रकट किया जाता है। मैंने कहा है कि मैं एक भी अँगुली नहीं उठाऊँगा, बल्कि सभी चीज़ों को प्राप्त करने के लिए केवल अपने वचनों का उपयोग करूँगा। मैं उन सभी को नष्ट करने के लिए अपने वचनों का उपयोग करता हूँ जिनसे मैं नफ़रत करता हूँ, और मैं अपने ज्येष्ठ पुत्रों को सिद्ध बनाने के लिए भी अपने वचनों का उपयोग करता हूँ। (जब मेरे वचन बोले जाएँगे, तो सात गरजनें सुनाई देंगी, और उस पल में मेरे ज्येष्ठ पुत्र और मैं रूप बदलेंगे और आध्यात्मिक क्षेत्र में प्रवेश करेंगे)। जब मैंने कहा कि मेरा आत्मा व्यक्तिगत रूप से कार्य करता है, तो मेरा मतलब था कि मेरे वचन सब प्राप्त कर लेते हैं, और इस के माध्यम से कोई देख सकता है कि मैं सर्वशक्तिमान हूँ।
2019-07-06
अध्याय 106
परमेश्वर का वचन-अध्याय 106
जो मेरे वचनों को नहीं जानते हैं, जो मेरी सामान्य मानवता को नहीं जानते हैं, और जो मेरे दिव्यता का अनादर करते हैं, उन्हें ध्वस्त करके उनका अस्तित्व मिटा दिया जाएगा। इससे किसी को भी छूट नहीं दी जाएगी, और सभी को अवश्य इससे गुजरना होगा क्योंकि यह मेरा प्रशासनिक आदेश है, और यह मेरे आदेश का सबसे गंभीर अनुच्छेद है। जो लोग मेरे वचनों को नहीं जानते हैं ये वे लोग हैं जिन्होंने उन बातों को सुना तो है जो मैंने स्पष्ट रूप से बतायी हैं, फिर भी उन्हें जाना नहीं है, दूसरे शब्दों में जो आध्यात्मिक मामलों को नहीं समझते हैं (क्योंकि मैंने मनुष्यों के लिए यह अंग नहीं बनाया है, इसलिए मैं उनसे अधिक माँग नहीं करता हूँ; मैं केवल इतना ही चाहता हूँ कि वे मेरे वचनों को सुनें और फिर उनका अभ्यास करें)।
2019-07-03
अध्याय 105
परमेश्वर का वचन-अध्याय 105
मेरे वचनों के सिद्धांतों के कारण, मेरे कार्य के तरीके के कारण, लोग मुझसे इन्कार करते हैं; इतने लंबे समय से मेरे बोलने का यही उद्देश्य है (बड़े लाल ड्रैगन के सभी वंशजों के संबंध में बोला गया है)। यह मेरे कार्य का बुद्धिमान तरीका है; यह बड़े लाल अजगर का मेरा न्याय है; यह मेरी कार्यनीति है, एक भी व्यक्ति इसे पूरी तरह से नहीं समझ सकता है। हर नये मोड़ पर, अर्थात्, मेरी प्रबंधन योजना के हर परिवर्ती चरण में, कुछ लोगों को अवश्य निष्कासित किया जाना चाहिए; वे मेरे कार्य के अनुक्रम के अनुसार निष्कासित किए जाते हैं। केवल यही मेरी पूरी प्रबंधन योजना का कार्य करने का तरीका है। जब मैं एक-एक करके, उन लोगों को बाहर फेंक देता हूँ जिन्हें मैं निष्कासित करना चाहता हूँ, तब मैं अपने कार्य के अगले कदम को शुरू करता हूँ।
2019-06-21
मसीह के कथन "स्वयं परमेश्वर, जो अद्वितीय है IX" (भाग दो के क्रम में)
मसीह के कथन "स्वयं परमेश्वर, जो अद्वितीय है IX" (भाग दो के क्रम में)
सर्वशक्तिमान परमेश्वर कहते हैं: "सभी चीज़ों को परमेश्वर के शासन से अलग नहीं किया जा सकता है, और न ही एक अकेला व्यक्ति स्वयं को उसके शासन से अलग कर सकता है। उसके नियम को खोने और उसके प्रयोजनों को खोने का अर्थ होगा कि लोगों का जीवन, अर्थात् देह में लोगों का जीवन लुप्त हो जाएगा।
2019-06-19
"स्वयं परमेश्वर, जो अद्वितीय है IX परमेश्वर सभी चीज़ों के लिए जीवन का स्रोत है (III)" (भाग दो)
"स्वयं परमेश्वर, जो अद्वितीय है IX परमेश्वर सभी चीज़ों के लिए जीवन का स्रोत है (III)" (भाग दो)
सर्वशक्तिमान परमेश्वर कहते हैं: "सभी चीज़ों को परमेश्वर के शासन से अलग नहीं किया जा सकता है, और न ही एक अकेला व्यक्ति स्वयं को उसके शासन से अलग कर सकता है। उसके नियम को खोने और उसके प्रयोजनों को खोने का अर्थ होगा कि लोगों का जीवन, अर्थात् देह में लोगों का जीवन लुप्त हो जाएगा।
यह मानवजाति के लिए जीवित रहने हेतु परमेश्वर द्वारा स्थापित विभिन्न वातावरण का महत्व है।
2019-06-18
अध्याय 100
परमेश्वर के वचन-अध्याय 100
मैं उन सभी से नफ़रत करता हूँ जिन्हें मेरे द्वारा पूर्वनिर्धारित किया और चुना नहीं गया है। इसलिए मुझे इन लोगों को एक-एक करके अपने घर से बाहर अवश्य निकालना होगा, इस प्रकार मेरा मंदिर पवित्र और निर्दोष हो जाएगा, मेरा घर सदैव नया रहेगा और कभी पुराना नहीं पड़ेगा, मेरा पवित्र नाम सदा के लिए फैल जाएगा और मेरे पवित्र लोग मेरे प्रियजन बन जाएँगे। इस तरह का दृश्य, इस तरह का घर, इस तरह का राज्य मेरा लक्ष्य है, मेरा धाम है और यही मेरी सभी चीज़ों के निर्माण का आधार है। कोई भी इसे प्रभावित या परिवर्तित नहीं कर सकता है।
2019-06-16
अध्याय 99
परमेश्वर का वचन-अध्याय 99
क्योंकि मेरे कार्य की गति तेज़ हो रही है, इसलिए कोई भी मेरे पदचिह्नों के साथ गति बनाए नहीं रख सकता है, और कोई भी मेरे मन में प्रवेश नहीं कर सकता है, किन्तु यही एकमात्र मार्ग है जिसकी यात्रा की जानी है। यह "मरे हुओं" वैसा ही है जैसा कि जब मैं मरे हुओं में से जी उठने की बात करता हूँ (यह मेरी इच्छा को समझने में असमर्थ होना है, जो मेरे वचनों से मेरा जो मतलब है उसे समझने में असमर्थ होना है। यह मरे हुओं" की एक और व्याख्या है, और इसका अर्थ मेरे आत्मा द्वारा त्याग दिया जाना नहीं है)।
2019-06-15
सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कथन "परमेश्वर मनुष्य के जीवन का स्रोत है" (अंश)
सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कथन "परमेश्वर मनुष्य के जीवन का स्रोत है" (अंश)
सर्वशक्तिमान परमेश्वर कहते हैं: "मनुष्य सदियों से परमेश्वर के साथ चलता आया है, फिर भी मनुष्य नहीं जानता है कि परमेश्वर सभी बातों पर, जीवित प्राणियों के भाग्य पर शासन करता है या सभी बातों को परमेश्वर किस प्रकार से आयोजित या निर्देशित करता है। यह कुछ ऐसी बातें हैं जो अतीतकाल से आज तक मनुष्य की नजरों में नहीं आ पाई हैं। जहाँ तक उस कारण की बात है, यह इसलिए नहीं है क्योंकि परमेश्वर के मार्ग बहुत ही भ्रान्तिजनक हैं, या क्योंकि परमेश्वर की योजना का अभी भी पूरा होना बाकी है, परन्तु इसलिए कि मनुष्य का हृदय और आत्मा परमेश्वर से अत्यधिक दूर है।
2019-06-14
अध्याय 98
परमेश्वर का वचन -अध्याय 98
सभी चीज़ें तुम लोगों में से प्रत्येक पर आएँगी, और वे तुम लोगों को मेरे बारे में और अधिक जानने देंगी और मेरे बारे में और अधिक निश्चित होने देंगी। वे तुम लोगों को मुझ, एकमात्र स्वयं परमेश्वर के बारे में जानने देंगी, मुझ सर्वशक्तिमान के बारे में जानने देंगी, मुझ स्वयं देहधारी परमेश्वर के बारे में जानने देंगी। इसके बाद, मैं देह में से बाहर आ जाऊँगा, सिय्योन लौट जाऊँगा, कनान की अच्छी भूमि पर लौट जाऊँगा, जो कि मेरा निवास है, जो कि मेरा गंतव्य है, और यही वह अड्डा है जहाँ से मैंने सभी चीज़ों को बनाया है। अभी तुम लोगों में से कोई भी उन वचनों के अर्थ को नहीं समझता है जो मैं कह रहा हूँ, एक भी ऐसा व्यक्ति नहीं है जो इन वचनों के अर्थ को समझ सकता है।
2019-06-11
अध्याय 96
परमेश्वर का वचन-अध्याय 96
मैं अपना समस्त कोप दिखाने, अपनी महान सामर्थ्य दिखाने, और अपनी पूरी बुद्धि दिखाने के लिए, मुझसे जन्मे उस हर एक को ताड़ना दूँगा जो अभी तक मुझे नहीं जानता है। मुझ में सब कुछ धार्मिक है और कोई अनैतिकता, कोई छल, और कोई कुटिलता बिल्कुल भी नहीं है; जो कोई भी कुटिल और धोखेबाज है वह अवश्य नरक का पुत्र होना चाहिए अधोलोक में पैदा हुआ होना चाहिए।
2019-06-09
अध्याय 95
परमेश्वर का वचन-अध्याय 95
लोग कल्पना करते हैं कि हर चीज़ बेहद सरल है, जबकि वास्तव में ऐसा नहीं है। हर चीज़ के भीतर छिपे हुए रहस्य, और साथ ही मेरी बुद्धि और मेरी व्यवस्था भी निहित होती हैं। किसी भी विवरण को अनदेखा नहीं किया जाता है, और सब स्वयं मेरे द्वारा व्यवस्थित किए जाते हैं। महान दिन का न्याय उन सभी पर पड़ता है जो मुझे ईमानदारी से प्रेम नहीं करते हैं (याद रखो, महान दिन का न्याय उस हर व्यक्ति पर लक्षित है जो इस नाम को प्राप्त करता है) और उनके रोने और दाँत पीसने का कारण बनता है।
2019-06-05
अध्याय 93
तथ्य व्यक्ति की आँखों के सामने पूरे होते हैं और सभी चीज़ों को पूरा कर लिया गया है। मेरा कार्य, एक रॉकेट की तरह ऊँचा उठते हुए, ऐसी गति पकड़ता है जिसकी कभी किसी ने अपेक्षा नहीं की थी। केवल चीज़ों के होने के बाद ही तुम लोग मेरे वचनों के सही अर्थ को समझोगे। बड़े लाल अजगर की संतान कोई अपवाद नहीं हैं और उन्हें उनकी ही आँखों से मेरे अद्भुत कर्म दिखाए जाने चाहिए। ऐसा मत सोच कि मैं तुझे त्याग नहीं दूँगा, अब चूँकि तू मेरे कर्मों को देखने के बाद मेरे बारे में निश्चित है—तो यह इतना आसान नहीं है! मैंने जो कुछ भी कहा है और जो कुछ भी मैंने निर्धारित किया है, मैं निश्चित रूप से उसे पूरा करूँगा, और वे मेरे पास ख़ाली वापस नहीं आएँगे। चीन में, उन अल्पसंख्य लोगों के अलावा जो मेरे ज्येष्ठ पुत्र हैं, कुछ हैं जो मेरे लोग हैं।
2019-05-30
अध्याय 90
जो लोग अंधे हैं उन्हें मेरे पास से अवश्य चले जाना चाहिए और एक पल के लिए भी नहीं टिकना चाहिए, क्योंकि जिन लोगों को मैं चाहता हूँ ये वे लोग हैं जो मुझे जान सकते हैं, जो मुझे देख सकते हैं और जो मुझसे सब कुछ प्राप्त कर सकते हैं। और कौन वास्तव में मुझसे सब कुछ प्राप्त कर सकता है? निश्चित रूप से इस तरह के लोग बहुत कम हैं और वे अवश्य मेरे आशीषों को प्राप्त करेंगे। मैं इन लोगों से प्रेम करता हूँ और उन्हें मैं अपना दायाँ हाथ बनने, मेरी अभिव्यक्तियाँ बनने के लिए एक-एक करके चुनूँगा, और मैं सभी राष्ट्रों और सभी लोगों से, उन्हीं के वास्ते जयजयकार कराते हुए, लगातार अपनी स्तुति करवाऊँगा।
2019-05-24
अध्याय 82
मेरे वचन को सुनते ही सब लोग डर जाते हैं। सभी भय से भर जाते हैं। तुम किस बात से भयभीत हो? मैं तुम सब को मारने वाला नहीं हूँ! ऐसा इसलिए है क्योंकि तुम लोग दोषी महसूस करते हो और पकड़े जाने से डरते हो। मेरी पीठ के पीछे तुम जो करते हो वह इतना छिछोरा और बेकार होता है। इससे मुझे तुमसे इतनी नफ़रत हो गई है कि मैं उग्रता से सोचता हूँ कि काश कि मैंने उन लोगों को, जिन्हें मैंने पूर्वनिर्धारित और चयनित नहीं किया था, टुकड़े टुकड़े हो जाने के लिए अथाह गड्ढे में फेंक दिया होता।
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